UP Assembly Monsoon Session 2023: यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर कई आरोप लगाए. नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उन्होंने भाजपा सरकार की पहचान नफरत, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई बताई.
अखिलेश यादव ने कहा सरकार के लगभग साढ़े छह साल पूरे हो गए हैं. ये चाल, चरित्र और चेहरे से पहचान बनाने का दावा करते थे और आज जो पहचान बन गई है वह नफरत, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई की है. उन्होंने नेता सदन के हाल ही में अंग्रेजी मीडिया में दिए इंटरव्यू का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें लिखा ज्यादा गया है, बोला कम गया है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में काम करने वाले एक कर्मचारी की एक जानवर से टकराने से जान चली गई. अगर उनके लिए सुरक्षा नहीं है तो आम जनता के लिए क्या सुरक्षा है. हर दूसरे दिन हम सोशल मीडिया पर वीडियो देखते हैं कि गली में ‘सांड’ ने एक महिला, बच्चे या बुजुर्ग को उठा कर फेंक दिया. क्या यही एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना है? आप अपने ही जनपद में एक सांड सफारी बना लो, किसने रोका है आपको.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसमें कहा गया कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 2027 तक वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बन जाएगी. उन्होंने कहा कि हमने बजट के दौरान भी कहा था कि बहुत बड़ा सपना दिखाया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाया कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बिना किसान की मदद के कैसे संभव है. बिना एग्रीकल्चर सेक्टर को बेहतर किए कैसे संभव है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा नेता सदन के इंटरव्यू में बोला कम गया है, लिखकर ज्यादा दिया गया है. यह बोलने वाला इंटरव्यू नहीं है. चाय पीकर बस इंटरव्यू छप गया है. उन्होंने कहा कि हमारे नेता सदन ने जिन सेक्टरों में उत्तर प्रदेश के सबसे बेहतर काम करने की बात कही है, उनमें इंफ्रास्ट्रक्चर, रोड, एक्सप्रेसवे, एयर एंड वाटर वेज है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नेता सदन यह बताएंगे जहां इंफ्रास्ट्रक्चर का इतना बड़ा काम हो गया यह वॉटरवेज कहां चल रहा है.
उन्होंने कहा कि आपके पास मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम कहां हैं? यह मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम क्या है. इसी तरह अगर फ्रेट कॉरिडोर आपने बनाया है तो यह गोरखपुर होकर क्यों नहीं जा रहा है. जो पुरानी सरकार का फ्रेट कॉरिडोर का काम था, वही चल रहा है.
उन्होंने कहा कि हालांकि अंग्रेजी में कहावत है ‘चैरिटी बिगेन्स एट होम’ उसको किस रूप में आप कह रहे हैं, यह भी खास है. आज गोरखपुर में कोई ऐसी गली नहीं है, जहां पानी नहीं भरा हो. कोई सड़क ऐसी नहीं है, जिसमें जल भराव नहीं हुआ हो. जब नेता सदन साढ़े छह साल से मुख्यमंत्री हैं और अपने शहर का जलभराव ठीक नहीं कर पा रहे हैं तो कोई कैसे उम्मीद करेगी कि प्रदेश में बाढ़ पर भी नियंत्रण हो जाएगा और सूखे पर भी पानी मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि जो लोग अपना घर नहीं ठीक कर सकते वह दूसरों का घर कैसे ठीक करेंगे.
अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से कहा कि आपके कारण सदन में कोई न कोई नया परिवर्तन देखने को मिलता है. टेक्नोलॉजी को साथ लेकर चलने से सहूलियत मिलती है. आप लगातार विधानसभा में कुछ ना कुछ नया कर रहे हैं. इधर सुना है कि बहुत शानदार गैलरी बनाई गई है. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि आपने नहीं देखी है, जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि आपके ही साथ देखूंगा.
उन्होंने कहा कि मैने आपसे कहा था कि आप राइट (सत्ता पक्ष) की तरफ कम देखें और लेफ्ट (विपक्ष) की तरफ ज्यादा देखें. मुझे उम्मीद है कि गैलरी में वह बैलेंस आपने बनाया होगा. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अध्यक्ष जी आप हमेशा खुश रहते हैं. कभी-कभी सदस्य कुछ भाव में आकर अपनी बात रखने की वजह से आपको नाराज कर देते हैं. लेकिन, किसी भी सदस्य की आपके प्रति भावना खराब नहीं है. आपको सब अच्छा ही मानते हैं.