देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच इससे बच्चों को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एस 4 मॉडल को लागू करने की योजना बनायी है. एस 4 मॉडल बच्चों के लिए रक्षाकवच बनेगा और कोरोना की तीसरी लहर से बचाने में सहायक होगा.
एस 4 मॉडल में सबसे पहल है -‘स्वच्छता’. उत्तर प्रदेश सरकार स्वच्छता अभियानों के माध्यम से बीमारी की रोकथाम और लोगों के कल्याण को बढ़ावा देगी. दूसरा है नियमित ‘सैनिटाइजेशन’. सैनिटाइजेशन के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण और अन्य संक्रामक रोगों पर लगाम कसी जायेगी.
तीसरा है जून के अंत तक प्रत्येक अस्पताल में पीआईसीयू/एनआईसीयू स्थापित करना, ताकि अगर बच्चे बीमार हों तो उन्हें प्रभावी उपचार मिल सके. चौथा है विशेष दवाइयों की आपूर्ति. पूरे उत्तर प्रदेश में बच्चों के लिए सिरप और चबाने योग्य गोलियों के साथ मेडिसिन किट की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी, ताकि अगर तीसरी लहर आये तो बच्चों को दवाई के लिए परेशान ना होना पड़े.
उत्तर प्रदेश सरकार तीसरी लहर के खिलाफ मोर्चा लेने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है. एस 4 मॉडल को लागू करने के लिए प्रत्येक जिले में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने की तैयारी हो रही है. सभी स्थानीय निकायों और पंचायतों के तहत स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है.
इसके अलावा राज्य भर में कोविड -19 संक्रमण और अन्य संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकने के लिए, यूपी सरकार शहरी विकास, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और अन्य विभागों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान भी चलाएगी.
ज्ञात हो कि पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में 255 नये मामले सामने आये हैं और पॉजिटिविटी रेट 0.09 प्रतिशत हो गयी है. अभी प्रदेश में 3,910 एक्टिव केस हैं जिसमें 2500 लोग होमआइसोलेशन में हैं.
Posted By : Rajneesh Anand