बस पॉलिटिक्स : यूपी सरकार ने कोटा से लाए गए छात्रों के लिए राजस्थान सरकार की बसों का चुकाया पूरा बिल
उत्तर प्रदेश में बस पॉलिटिक्स थमने का नाम ही नहीं ले राह है, अभी प्रियंका गांधी और योगी सरकार के बीच प्रवासी मजदूरों को लेकर 1000 बसों की सियासत अभी थमी नहीं थी कि राजस्थान और यूपी सरकार के बीच नया बस विवाद शुरू हो गयी है.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बस पॉलिटिक्स थमने का नाम ही नहीं ले राह है, अभी प्रियंका गांधी और योगी सरकार के बीच प्रवासी मजदूरों को लेकर 1000 बसों की सियासत अभी थमी नहीं थी कि राजस्थान और यूपी सरकार के बीच नया बस विवाद शुरू हो गयी है. राजस्थान के कोटा से उत्तर प्रदेश लाए गए छात्रों के लिए राजस्थान सरकार ने योगी से किराया मांगा था, जिसका भुगतान यूपी सरकार ने कर दिया है.
Our buses were used to bring back stranded UP students from Kota following UP Govt orders. 94 buses of Rajasthan Roadways were also used. Bill of Rs. 36 lakhs was raised by Rajasthan govt for the same, it has been paid now: Managing Director, UP State Road Transport Corporation pic.twitter.com/zvDckSSRP8
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 22, 2020
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने न्यूज एजेन्सी ANI को बताया कि यूपी सरकार के आदेशों के बाद कोटा से फंसे हुए यूपी के छात्रों को वापस लाने के लिए राजस्थान रोडवेज की 94 बसों का भी इस्तेमाल किया गया था. इसके लिए राजस्थान सरकार द्वारा 36 लाख रुपये जुटाए गए थे, अब इसका भुगतान कर दिया गया है. उन्होंने आगे बताया कि यूपीएसआरटीसी बसों के लिए राजस्थान सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए डीजल के लिए 19.5 लाख रुपये भी राजस्थान रोडवेज द्वारा भेजे गए थे, हमने उसका भी भुगतान किया है.
बता दें कि वाली राजस्थान सरकार ने योगी सरकार को कोटा से उत्तर प्रदेश लाए गए छात्रों के लिए 36 लाख का बिल भेजा था. ये बिल उन बसों का बताया गया, जिनसे पिछले दिनों कोटा से बच्चे लाकर यूपी की सीमा पर पहुंचाए गए थे. राजस्थान सरकार ने जल्द भुगतान का निवेदन भी किया. इस पत्र के बाद राजनीति भी शुरू हो गयी थी, वहीं राजस्थान के परिवहन मंत्री ने कहा था कि ये डीजल का पैसा है, जो हमने यूपी की बसों में डलवाया था.