यूपी में उमस भरी गर्मी के बीच में तेज धूप से परेशान लोगों को जल्द राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में प्रदेश में तेजी से मौसम बदलने के आसार हैं. आईएमएडी ने 55 से अधिक जनपदों में झमाझम बारिश के संकेत दिए हैं. रविवार रात तक पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिर सकती है.
लखनऊ में गर्मी के बीच यहां अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है. प्रदेश में बीते चौबीस सबसे अधिक अधिकतम तापमान हरदोई और बस्ती में 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान चुर्क में 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में इजाफा होने की उम्मीद नहीं है. उसके बाद तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है. वहीं अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं. उसके बाद इसमें दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 23 जुलाई सुबह साढ़े आठ बजे से चौबीस घंटे के भीतर कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है. इसके अलावा देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं, कासगंज, एटा, संभल, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, ललितपुर, झांसी, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और सोनभद्र में भी एक दो जगह बारिश के आसार हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को भी पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. साथ ही एक दो स्थानों पर बिजली गिरने के आसार हैं. पूर्वी यूपी में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना है. इसके साथ ही रविवार को अमरोहा, बागपत, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली के आसपास के क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का अलर्ट है.
मौसम विभाग के मुताबिक इसके अलावा 24 जुलाई सुबह साढ़े 8 बजे से 25 जुलाई सुबह साढ़े 8 बजे के बीच बहराइच, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर और पीलीभीत जिले में भारी बारिश को लेकर अलर्ट है. साथ ही सहारनपुर, शाहजहांपुर, शामली, सीतापुर और श्रावस्ती के आस पास क्षेत्र में तेज बारिश होने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 24 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार हैं. हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ ही स्थानों पर बारिश के संकेत मिल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में उमस भरी गर्मी के बीच नदियों के जलस्तर में इजाफा होने का सिलसिला रही है. कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है.
#WATCH उत्तर प्रदेश: कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। pic.twitter.com/1EqwrccGsU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 23, 2023
UP Weather LIVE: यूपी में रविवार को उमस भरी गर्मी का माहौल है. धूप निकलने के साथ हवा पूरी तरह से थम गई है. इस वजह से उमस भरी गर्मी लोगों को ज्यादा परेशान कर रही है. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल रविवार को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. 24 जुलाई से स्थिति में परिवर्तन देखने को मिल सकता है. इसके बाद तेज बारिश के आसार हैं.
यूपी में उमस भरी गर्मी के बीच कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. हालांकि इस बारिश से गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार 22 जुलाई सुबह 8:30 से 23 जुलाई सुबह 8:30 बजे के बीच देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, अयोध्या, गोंडा, बाराबंकी, लखनऊ, सीतापुर और हरदोई में भी बारिश होने की उम्मीद है. शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, एटा, कासगंज, बदायूं, हाथरस, मथुरा, अलीगढ़, संभल, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, अमरोहा, हापुड़ में भी बारिश हो सकती है. साथ ही गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, ललितपुर, झांसी, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, मीरजापुर, सोनभद्र में बरसात होने की संभावना है.
उत्तर प्रदेश में बीते चौबीस सबसे अधिक अधिकतम तापमान आगरा में 38.8 डिग्री और प्रयागराज में 37.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान लखीमपुर खीरी में 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में इजाफा होने की उम्मीद नहीं है. उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है. वहीं अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.
उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदोंं में शनिवार को दोपहर बाद तक बारिश नहीं हुई. धूप निकलने के साथ उमस की स्थिति बनी हुई है. दिन के समय जहां जहां सावन का एहसास ही नहीं हो रहा है, वहीं रात के तापमान में भी रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. हालांकि मानसून की शुरुआत में लोगों के मन में अच्छी बरसात और गर्मी से राहत की उम्मीद जगा दी थी. लेकिन, उस उम्मीद को थमी बारिश और चढ़ते पारे ने तोड़ दिया है. विशेष तौर पर रात का पारा बढ़ने से मौसम वैज्ञानिक भी चिंतित हैं. गुरुवार की रात को न्यूनतम तापमान 30 पार जाकर 30.1 डिग्री दर्ज हुआ.
प्रदेश के अधिकांश जनपदोंं में दिन के साथ रात के तापमान में भी रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. हालांकि मानसून की शुरुआत में लोगों के मन में अच्छी बरसात और गर्मी से राहत की उम्मीद जगा दी थी. लेकिन, उस उम्मीद को थमी बारिश और चढ़ते पारे ने तोड़ दिया है. विशेष तौर पर रात का पारा बढ़ने से मौसम वैज्ञानिक भी चिंतित हैं. गुरुवार की रात को न्यूनतम तापमान 30 पार जाकर 30.1 डिग्री दर्ज हुआ.
लखनऊ में शनिवार सुबह से उमस भरी गर्मी का मौसम है. मानसून की टर्फ लाइन के राज्य के आगे खिसकने के कारण फिलहाल बादलों के बरसने का सिलसिला थम चुका है. ऐसे में लोग चिपचिपाहट वाली गर्मी का दौर शुरू होने के कारण ज्यादा परेशान हैं. दिन के साथ रात के तापमान में भी इजाफा दर्ज किया गया है. अगले 24 घंटे में गर्मी के लिहाज से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.
उत्तर प्रदेश में 24 व 25 जुलाई को तेज बारिश होने की पूर्वानुमान लगाया गया है. मौसम विभाग का मानना है कि दो दिन तेज बारिश से यूपी में गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी. तीन-चार दिनों से मई-जून जैसी गर्मी झेल रहे यूपी के लोगों के लिये मौसम विभाग यह पूर्वानुमान उम्मीदों भरा है. वहीं उत्तराखंड व मध्य प्रदेश में 21 से 25 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है.
यूपी से बादल रूठे हुए हैं. अगले 72 घंटे तक बारिश की संभावना नहीं दिख रही है. लखनऊ में सूरज का सितम जारी है. दोपहर तक तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा. पूर्वी उत्तर प्रदेश में 24 जुलाई को भारी बारिश का अनुमान है. वहीं पश्चिम यूपी में भी मौसम विभाग लगभग यही पूर्वानुमान जता रहा है.
यूपी में मानसून कमजोर पड़ गया है. सूरज की तपिश जारी है. अगले 24 घंटे भी बारिश की संभावना नहीं है. मौसम विभाग की मानें तो 22 जुलाई यानी की 24 घंटे बाद बारिश की संभावना है. मानसून की टर्फ लाइन मध्य प्रदेश की तरफ खिसकने से पूर्वानुमान के बावजूद राजधानी लखनऊ सहित अधिकतर इलाकों में बादल लुकाछिपी खेल रहे हैं.
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक कुछ दिनों के भीतर पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं तेज हवा चलने व बिजली गरजने की संभावना है. हालांकि, जिस तरह से उत्तराखंड व अन्य अधिकतर प्रदेशों में बारिश हुई है, उस तरह जमकर बारिश नहीं होगी. इसकी मुख्य वजह है कि चक्रवात का प्रभाव उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और ओडिशा तक सीमित है. दक्षिणी छत्तीसगढ़ व उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में भी चक्रवाती गतिविधियों के प्रभाव से बारिश हो रही है. लेकिन, उत्तर प्रदेश में ऐसा कोई प्रभाव नहीं है. संभावना है कि देर से बारिश हो, यानी कि सितंबर तक बारिश जारी रहने के आसार हैं.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस वक्त मानसून के ब्रेक होने की कई वजहें हैं. एक तो अलनीनो सक्रिय है, जिससे मानसून कमजोर पड़ गया है. इसके साथ ही बादल छाए रहने के कारण पृथ्वी से विकिरण अंतरिक्ष तक नहीं जा पा रहा है. इस कारण धरती गरम बनी हुई है. इस वक्त मानसून ट्रफ गंगा के मैदान में होना चाहिए था, लेकिन वह यहां से बाहर है. इसी तरह पश्चिमी विक्षोभ यहां तक नहीं आ पा रहा है. ऐसे में छिटपुट बारिश के अलावा फिलहाल कोई स्थिति नहीं बन रही है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पाकिस्तान व राजस्थान के बीच के क्षेत्र में जब लो प्रेशर सिस्टम बनता है, तब उससे निकलने वाली रेखा ट्रफ लाइन कहलाती है. यह लाइन अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी के साथ दोनों ओर से हवाएं खींचती है. इस वजह से मानसून सक्रिय होता है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक गंगा के मैदान में इस वक्त मानसून ट्रफ को रहना चाहिए था. वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी यहां नहीं आ पा रहा है. इस कारण उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ा है. हालांकि बारिश पूरी तरह से बंद नहीं होगी. छिटपुट बरसात कहीं भी हो सकती है. बादलों की आवाजाही बनी रहेगी. भारी बारिश के लिए अभी इंतजार करना होगा.
प्रदेश में बीते चौबीस सबसे अधिक अधिकतम तापमान बांदा में 38.8 डिग्री और प्रयागराज में 37.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान नजीबाबाद में 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में इजाफा देखने को मिलेगा. अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होने की संभावना है. वहीं इस दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबक फिलहाल उमस का दौर जारी रहेगा. प्रदेश में अगले चौबीस घंटे में बरेली, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ और बुलंदशहर में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस से लेकर 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
प्रदेश में लगातार बारिश नहीं होने के कारण के अब सभी जनपदों में तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. इस वजह से गर्मी और उमस के कारण लोग बेहाल है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले चौबीस घंटे में बाराबंकी, हरदोई, कानपुर, इटावा, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, बहराइच, प्रयागराज, फतेहपुर, बांदा, झांसी, हमीरपुर, सुलतानपुर अयोध्या, फुरसतगंज, गोरखपुर, फतेहगढ़ और बस्ती में अधिकतम तापमान 35 से लेकर 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है.
उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई से मानसून फिर सक्रिय होगा. मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी यूपी में 23 जुलाई से फिर से बरसात शुरू होगी. मानसून के दक्षिण हिस्से की ओर शिफ्ट होने से बारिश पर फिलहाल ब्रेक लगा हुआ है. बारिश का दौर शुरू होने पर लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी. इस दौरान तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली चमकने के आसार हैं.
लखनऊ सहित आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार से बादल लुकाछिपी खेल रहे हैं. सुबह कुछ देर के लिए काले बादल छाए जाने के बाद बारिश का मौसम बना. लेकिन, फिर आसमान साफ हो गया अैर धूप का असर देखने को मिल रहा है. दोपहर में धूप चढ़ने के साथ उमस का असर और बढ़ा है.
यूपी में मानसून की गतिविधियों पर ब्रेक लग गया है. मानसून की टर्फ लाइन खिसकने के कारण बादल नहीं बरस रहे हैं. राज्य में सभी जगह तापमान में इजाफा हुआ है. कुछ जगह रुक रुक कर बारिश होने के बाद उमस और बढ़ गई है. फिलहाल मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं हैं.
राजधानी लखनऊ में बुधवार को कुछ स्थानों पर बारिश हुई, इससे उमस और बढ़ गई. सभी जगह एक साथ जमकर बारिश नहीं होने की वजह से उमस में इजाफा दर्ज किया जा रहा है. फिलहाल लखनऊ के मौसम में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.
यूपी के कई जनपदों में बीते चौबीस घंटे के दौरान पूरे दिन बादलों की आवाजाही के बावजूद बारिश नहीं हो रही है. हालांकि पहाड़ों में बारिश और कई जगहों से पानी छोड़े जाने के कारण यूपी में गंगा, यमुना सहित अन्य नदियों का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. नदियों के किनारों से लगे इलाकों में रहने वाले परिवारों को काफी नुकसान पहुंचा है. कई परिवार बाढ़ की संभावना के बीच सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर चुके हैं.
यूपी में उमस भरी गर्मी के बीच 12 जिलों के 426 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. प्रदेश में अलीगढ़, बिजनौर, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली के कुल 426 गांव प्रभावित बताए जा रहे हैं. बाढ़ के कारण 39216 लोगों के जीवन पर असर पड़ा है. प्रभावित क्षेत्रों के 8062 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है. वहीं बदायूं में गंगा,मथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
यूपी में फिलहाल बारिश का सिलसिला थमता नजर आ रहा है. हालांकि अभी भी कई इलाकों में नदियों के उग्र तेवर बरकरार हैं. फिलहाल, प्रदेश में बीते कुछ दिनों की तरह भारी बारिश को लेकर कही भी अलर्ट नहीं है. अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही छिटपुट बारिश हो सकती है. बुधवार को कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. इस दौरान बिजली गिरने को लेकर जरूर अलर्ट जारी है.
उत्तर प्रदेश में नदियों की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर बाढ़ की आशंका को लेकर संबंधित जिलों को सतर्क किया गया है. जरूरत होने पर लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की सलाह दी गई है. एसडीआरएफ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
कुशीनगर में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है. फर्रुखाबाद और हापुड़ में गंगा के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है, इस वजह से लोग डरे हुए हैं. अगले दो दिन जहां कई नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है तो वहीं कई जगह बाढ़ की आशंका जताई जा रही है. हिंडन, गंगा-यमुना नदी के रौद्र रूप धारण करने के कारण किनारे बसे गांवों और शहरी इलाकों में स्थिति बिगड़ने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक अगले 48 घंटे में प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है. इसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस तक इजाफा दर्ज किया जा सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.
लखनऊ सहित कई जनपदों में उसम भरी गर्मी के कारण लोग बेहद परेशान हैं. मौसम में नमी का स्तर 89 प्रतिशत तक पहुंच गया है. बारिश नहीं होने के कारण उमस का ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है.
यूपी के कई जनपदों में पूरे दिन बादलों की आवाजाही के बावजूद बारिश नहीं हो रही है. हालांकि पहाड़ों में बारिश और कई जगहों से पानी छोड़े जाने के कारण यूपी में गंगा, यमुना सहित अन्य नदियों का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. नदियों के किनारों से लगे इलाकों में रहने वाले परिवारों को काफी नुकसान पहुंचा है. कई परिवार बाढ़ की संभावना के बीच सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर चुके हैं.
राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. उत्तर प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में बांदा में सबसे ज्यादा तपिश देखने को मिली. यहां अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं प्रदेश में न्यूनतम तापमान चुर्क में 24.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक अगले 48 घंटे में प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है. इसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस तक इजाफा दर्ज किया जा सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊवासियों को बादलों के जमकर बरसने के लिए फिलहाल इंतजार करना होगा. राज्य के अन्य हिस्सों में भी मानसून की गतिविधियां कमजोर हुई हैं. मौसम विभाग जिस तरह से भारी बारिश का पूर्वानुमान बता रहा है, उसके मुताबिक बरसात नहीं हो रही है.
आगरा में यमुना नदी के जलस्तर में इजाफा जारी है. यमुना खतरे के निशान 499 फीट तक पहुंच गई है. 13 साल बाद यमुना नदी ने तटबंध तोड़कर शहर में प्रवेश किया है. इससे लोग दहशत में मंगलवार सुबह यमुना का पानी ताजमहल के दशहरा घाट और मेहताब बाग पर तक आ गया. ताजमहल के व्यू पॉइंट तक पानी पहुंचने से आने वाले दिनों में यमुना के तेवर ऐसे ही बरकरार रहने पर मुश्किलें बढ़ सकती हैं. करीब 40 गांव में पानी भरने की बात कही जा रही है.
यूपी के कई जनपदों में उमस भरी गर्मी के बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को 45 जनपदों में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने को लेकर अलर्ट जारी किया है. लखनऊ सहित आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार सुबह से शुष्क मौसम है. बीते 48 घंटे से बारिश नहीं होने के कारण उमस भरी गर्मी के कारण लोग परेशान हैं.
यूपी की राजधानी लखनऊ में सोमवार का दिन गर्मी और उमस भरा रहा, लेकिन अगले 72 घंटों में मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है. यूपी में बारिश न होने के बावजूद गंगा-यमुना सहित सभी बड़ी नदियां उफान पर हैं.
आगरा में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. यमुना में गोकुल बैराज से हर घंटे पानी छोड़ा जा रहा है. 10 घंटे में यमुना का जलस्तर एक फीट बढ़ रहा है. सोमवार दोपहर 12 बजे यमुना का जलस्तर 497.4 फीट तक पहुंच गया है, जो कि मीडियम फ्लड लेवल से केवल डेढ़ फीट कम है. माना जा रहा है कि सोमवार रात तक यमुना का जलस्तर एक से दो फीट तक और बढ़ सकता है. इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है.
पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर यूपी के कई जनपदों में देखने को मिल रहा है. इस सीजन में कानपुर गंगा बैराज से रविवार की देर रात को लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. गंगा बैराज पर लगातार बढ़ते दबाव के मद्देनजर पानी को छोड़ना करना पड़ा.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक तराई के जनपदों में बादल उमड़ते रहेंगे. इसके साथ ही रुक रुककर बरसात भी होगी. मंगलवार को भी बरसात होने की पूरी संभावना है. देवहा और शारदा नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ा हुआ है. वनबसा और ड्यूनीडाम से इन दोनों नदियों में अतिरिक्त पानी छोड़ने का क्रम रुक गया है. हालांकि शारदा नदी नेपाल सीमावर्ती इलाके में धीरे धीरे कटान कर रही है. कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड के सहायक अभियंता की ओर से कार्य कराए जा रहे हैं.
मानसून के कड़े तेवर के कारण नदियां उफान पर हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा के जल स्तर ने 12 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है. बदायूं के कचलाब्रिज पर वर्ष 2010 में अधिकतम 162.79 मीटर तक पानी का स्तर गया था. यहां जल स्तर 162.80 मीटर हो गया. इसके अलावा यमुना, सरयू, रामगंगा आदि नदियां के भी जलस्तर में इजाफा दर्ज किया गया है.
राजधानी लखनऊ में सोमवार को उमस का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. वहीं बाराबंकी, हरदोई, कानपुर, इटावा, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, बहराइच, प्रयागराज, फतेहपुर, बांदा, सुल्तानपुर, अयोध्या, फुरसतगंज, गोरखपुर, फतेहगढ़, बस्ती, झांसी और हमीरपुर में अधिकतम तापमान 31 से लेकर 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. इसके साथ ही मथुरा और चित्रकूट में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस से लेकर 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. बरेली, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ और बुलंदशहर में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से लेकर 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है. गाजियाबाद और नोएडा में अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तराई क्षेत्र में अच्छी बारिश हो सकती है. उन्होंने बताया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में लगातार अच्छी बारिश हो रही है, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिले ऐसे हैं, जहां बहुत हल्की बारिश हो रही है. यह बदलाव मौसम में अचानक हुआ है.
आचंलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ मुताबिक सोमवार को लखनऊ में तेज धूप रहेगी. बादलों की आवाजाही रह सकती है. लखनऊ के कुछ एक इलाके में हल्की बारिश भी हो सकती है. हालांकि लखनऊवासियों को अच्छी बारिश के लिए अगले चार दिन तक इंतजार करना पड़ेगा.
यूपी में सोमवार सुबह राजधानी लखनऊ सहित आसपास के जनपदों में उमस भरी गर्मी का प्रभाव देखने को मिल रहा है. प्रदेश में कई जगह रविवार को बारिश नहीं हुई. हालांकि सोमवार से एक बार फिर भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इसे लेकर 72 घंटे का अलर्ट जारी किया गया है. इसके कारण जनजीवन पर असर पड़ सकता है.