पर्यटन और सांस्कृति को बढ़ावा देने के लिये उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में एमओयू, मार्केटिंग ऑफिस खुला
मध्य प्रदेश पर्यटन (MP Tourism) के मार्केटिंग ऑफिस की शुरुआत के मौके पर वहां की पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों का प्रचार उत्तर प्रदेश में करने के लिए मार्केटिंग ऑफिस खोला गया है.
लखनऊ: यूपी (Uttar Pradesh) और मध्य प्रदेश (MP) एक दूसरे के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देंगे. सांस्कृतिक आदान प्रदान और संस्कृति संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्य के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU)साइन किया गया है. इस मौके पर मध्य प्रदेश पर्यटन (MP Tourism) के एक मार्केटिंग कार्यालय की शुरुआत यूपी पर्यटन विभाग के होटल गोमती में की गयी.
एमपी की पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर भी मौजूद थीं
मध्य प्रदेश पर्यटन (MP Tourism) के मार्केटिंग ऑफिस की शुरुआत के मौके पर वहां की पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर भी मौजूद थी. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों का प्रचार उत्तर प्रदेश में करने के लिए मार्केटिंग ऑफिस खोला गया है. यूपी के पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि राजधानी में मध्य प्रदेश पर्यटन का कार्यालय खुलने से दोनों राज्यों के संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी.
वाराणसी और अयोध्या में भी खुलेगा मार्केटिंग ऑफिस
मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि भविष्य में वाराणसी और अयोध्या में भी मार्केटिंग कार्यालय खोले खोले जाने की योजना है. मार्केटिंग कार्यालय में कॉफी टेबल बुक, ब्रोशर, लीफलेट्स, मध्यप्रदेश मैप आदि के माध्यम से प्रदेश के पर्यटन स्थलों की जानकारी और सेवाओं के बारे में उत्तर प्रदेश के निवासियों को बताया जाएगा. पर्यटन निगम के होटल, रिसोर्ट, बोट क्लब के साथ उपलब्धियों, नवाचार और गतिविधियों की जानकारी भी दी जाएगी. इससे उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी.
एक दूसरे की स्थानीय संस्कृति को देंगे बढ़ावा
समझौता ज्ञापन अनुसार उत्तर प्रदेश दिवस 24 जनवरी और गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मध्यप्रदेश राज्य से कलाकारों का समूह सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देगा. वही मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश के कलाकारों का समूह मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे. दोनों राज्य संयुक्त रूप से आर्ट कंपटीशन, प्रदर्शनी, सेमिनार, ड्रामा और थिएटर आदि गतिविधियों का आयोजन करेंगे. संयुक्त आयोजन करने पर मेजबान राज्य स्थानीय आतिथ्य की व्यवस्था करेगा. वहीं आने वाला राज्य यात्राओं का खर्चा उठाएगा.
तीन साल के लिये हुआ एमओयू
समझौता ज्ञापन की अवधि 3 वर्ष की है. जिसे आपसी सहमति से 3 वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकेगा. इस तरह के समझौतों से राज्य के नागरिक को भारत की विविधता को समझने, सराहना करने, समृद्ध बनाने और भारतीय संस्कृति रीति-रिवाजों और परंपराओं को जानने-समझने का अवसर मिलेगा. दोनों ही प्रदेश अपनी समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाज और परंपराओं पर आधारित पुस्तक का निर्माण करेंगे. एक दूसरे के प्रदेश के शैक्षिक संस्थानों में प्रदर्शित और वितरित करेंगे. दोनों ही प्रदेश अपने-अपने प्रदेश में एक दूसरे के स्थानीय टीवी और रेडियो चैनल का प्रसारण करेंगे.
राजभवन में हुआ समझौता
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, मध्य प्रदेश की की संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर की मौजूदगी में राजभवन के गांधी सभागार समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए. प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला और प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन उत्तर प्रदेश मुकेश कुमार मेश्राम ने हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक कौशलेंद्र विक्रम सिंह और उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक अश्वनी कुमार पांडे भी मौजूद थे.