Droupadi murmu UP visit : लखनऊ में डिवाइन हार्ट फाउंडेशन के कार्यक्रम में राष्ट्रपति का लाइव संबोधन …
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. राष्ट्रपति बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगी और यहां से सीधे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ जाएंगी. यहां दीक्षांत समारोह में 16 मेधावियों को अपने हाथों मेडल देंगी. करीब 55 मिनट तक समारोह में शामिल होने के बाद वे सर्किट हाउस आएंगी. यहां विश्राम और भोजन के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो जाएंगी. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. वाराणसी में हाई अलर्ट है.
मुख्य बातें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. राष्ट्रपति बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगी और यहां से सीधे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ जाएंगी. यहां दीक्षांत समारोह में 16 मेधावियों को अपने हाथों मेडल देंगी. करीब 55 मिनट तक समारोह में शामिल होने के बाद वे सर्किट हाउस आएंगी. यहां विश्राम और भोजन के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो जाएंगी. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. वाराणसी में हाई अलर्ट है.
लाइव अपडेट
लखनऊ में डिवाइन हार्ट फाउंडेशन (इंडिया) के कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का लाइव
लखनऊ में डिवाइन हार्ट फाउंडेशन (इंडिया) के कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित कर रही हैं.
LIVE: President Droupadi Murmu’s address in the programme of Divine Heart Foundation (India) at Lucknow https://t.co/pfS2g2caoW
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 11, 2023
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लखनऊ पहुंचीं
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लखनऊ पहुंच गई हैं. उनके आगमन पर एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उप मुख्यमंत्री केपी मौर्या ने स्वागत किया.
काशी भारतीय ज्ञान परंपरा का केंद्र
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि काशी भारतीय ज्ञान परंपरा का केंद्र रही है और और वर्तमान में भी यहां के संस्थान आधुनिक ज्ञान विज्ञान के संवर्धन में अपना योगदान दे रहे हैं. लगभग 1300 वर्ष पहले जगद्गुरु आदि शंकराचार्य की यात्रा भी तभी पूरी हुई, जब काशी में आकर उन्होंने विद्वानों के साथ शासत्रार्थ किया. उन्होंने कहा कि 250 साल पहले यहां काशी विद्वत परिषद की स्थापना की गई थी. यह परिषद निरंतर सक्रिय रही है. संस्कृत भाषा में रचित किसी भी शास्त्र के विषय में इस परिषद का निर्णय सर्वमान्य होता है. ऐसे सामाजिक ज्ञान केंद्र की परंपरा के अनुरूप इस विद्यापीठ के आचार्य और विद्यार्थियों को भी अपने संस्थान के गौरव को निरंतर समृद्ध करना चाहिए.
काशी नगरी भारतीय संस्कृति की कलातीत धरोहर
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि एक प्रबल लोक मान्यता है कि काशी निरंतर अस्तित्व में बनी रहने वाली विश्व की प्राचीनतम नगरी है. बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद से युक्त नगरी काशी सबको आकर्षित करती रही है और करती रहेगी. राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें स्मरण है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी को अपने निर्वाचन क्षेत्र के रूप में चुना था तब उन्होंने भी यही कहा था कि मुझे मैं मां गंगा ने बुलाया है. राष्ट्रपति ने कहा कि जिस तरह मां गंगा भारतीय संस्कृति की जीवन धारा है और भारतीय ज्ञान अध्यात्म और आस्था की संवाहक है, उसी तरह काशी नगरी भारतीय संस्कृति की कलातीत धरोहर है.
काशी विद्यापीठ के नाम के पीछे स्वाधीनता संग्राम के प्रति सम्मान करने की भावना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि काशी विद्यापीठ के प्रथम प्रबंधन बोर्ड के सदस्यों में महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय, जमनालाल बजाज, जवाहरलाल नेहरू, आचार्य नरेंद्र देव और पुरुषोत्तम दास टंडन जैसे इतिहास निर्माता शामिल थे. यहां के असाधारण अध्यापकों सूची में आचार्य नरेंद्र देव, डॉक्टर संपूर्णानंद आदि विद्वानों ने सदैव याद रखे जाएंगे. राष्ट्रपति ने कहा कि ब्रिटिश शासन की सहायता और नियंत्रण से दूर रहते हुए भारतीय संसाधनों से निर्मित काशी विद्यापीठ का नामकरण महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ करने के पीछे हमारे स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों के प्रति सम्मान व्यक्त करने की भावना निहित है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- काशी विद्यापीठ असहयोग आंदोलन का जीवंत प्रतीक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में कहा कि 10 फरवरी 1921 को इस विद्यापीठ का उद्घाटन करते हुए महात्मा गांधी ने कहा था जितने सरकारी विद्यालय हैं, उनमें हमें विद्या नहीं लेनी है. हम उस झंडे के नीचे नहीं रह सकते, जिसको सलाम करने के लिए हमारे छात्रों को मजबूर किया जाता है. उन्होंने कहा कि यदि हमारे विद्यालय खोलेंगे तो विद्या अपने आप पवित्र हो जाएगी. उन्होंने कहा कि यह विद्यापीठ असहयोग आंदोलन से उत्पन्न संस्था के रूप में हमारे महान स्वाधीनता संग्राम का जीवंत प्रतीक है.
जी- 20 समिट में काशी ने छोड़ी अपीन छाप
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से काशी का सम्मान नई-नई ऊंचाइयों को छू रहा है. जी- 20 समिट के माध्यम से भारत ने अपनी संस्कृति और वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा से पूरी दुनिया में अपना परचम लहराया. काशी की सेवा, काशी का स्वाद, काशी की संस्कृति और काशी का संगीत जी-20 के लिए जितने मेहमान आए हुए इसे समेटे हुए अपने साथ लेकर गए हैं. जी-20 की अद्भुत सफलता बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से ही संभव हुई है.
आनंदीबेन बोलीं- नारी शक्ति वंदन बिल जारी होना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यकाल की अहम उपलब्धि
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जीवन और संघर्ष प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करता है. उनका जीवन देशवासियों विशेष तौर पर गरीबों, हाशिए पर पड़े दबे कुचले वंचितों और महिलाओं के लिए आशा की किरण है. राष्ट्रपति के रूप में आप देश के विकास में अपनी विशिष्ट भूमिका का निर्वहन कर रही हैं. महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए नारी शक्ति वंदन बिल का जारी होना आपका कार्यकाल की महत्वपूर्ण उपलब्धि में गिना जाएगा. आप देश की महिलाओं की सशक्तीकरण का सशक्त उदाहरण हैं.
73 लोगों को मिली पीएचडी की उपाधि
पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले कुल 73 लोगों में 43 पुरुष और 30 महिलाएं हैं. इसके साथ ही एक डीलिट उपाधि प्रदान की जा रही है. वर्तमान सत्र में विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ पुरुष और महिला खिलाड़ी के रूप में सिद्धांत सेठ और अंजलि पटेल को भी स्वर्ण पदक प्रदान किया जा रहा है. इस बार भी स्वर्ण पदक हासिल करने के मामले में छात्राएं आगे हैं.
65 मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक, छात्राओं ने बाजी मारी
एक शताब्दी की गौरवशाली यात्रा पूर्ण कर चुके काशी विद्यापीठ ऐतिहासिक विश्वविद्यालय के 45वें दीक्षांत समारोह में कुल 65 मेधावी छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया जा रहा है. इनमें 14 छात्र और 51 छात्राएं शामिल हैं. सत्र 2022-23 में स्नातक स्तर पर 6589 विद्यार्थियों और स्नातकोत्तर स्तर पर 12529 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जा रही हैं.
102 वर्ष पूर्व महात्मा गांधी ने की थी काशी विद्यापीठ की स्थापना
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल भी मौजूद हैं. इस मौके पर कुलपति ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के करकलमों से 102 वर्ष पूर्व इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी. इसके 45में दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति का शामिल होना, हमारे लिए गर्व की अनुभूति करने वाला पल है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के उद्बोधन से काशी विद्यापीठ के छात्र छात्राओं को मार्गदर्शन प्राप्त होगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू काशी विद्यापीठ पहुंची, 16 मेधावियों को देंगी मेडल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए वाराणसी पहुंच गई हैं. राष्ट्रपति बाबतपुर एयरपोर्ट से सीधे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ पहुंचीं. यहां दीक्षांत समारोह में 16 मेधावियों को अपने हाथों मेडल देंगी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु लखनऊ में कार्यक्रम में होंगी शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 11 व 12 दिसंबर को लखनऊ यूपी में रहेंगी. 11 दिसंबर को वह डिवाइन हार्ट फाउंडेशन के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगी. इसके अलावा राष्ट्रपति इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आईआईटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 11 दिसंबर की शाम लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगी. वह दिल्ली से विशेष विमान से शाम 4.50 चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पहुंचेंगी.
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन बोले- सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के 45वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा के तहत सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने कहा कि पूरी व्यवस्था की गई है. बाहर से बहुत सारे अधिकारी आए हैं.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लखनऊ दौरे पर जताई प्रसन्नता
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राष्ट्रपति के यूपी दौरे पर प्रसन्नता जताई है. उन्होंने सोमवार को कहा कि भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के लखनऊ आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन.
काशी विद्यापीठ में 55 मिनट तक रहेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में करीब 55 मिनट तक रहेंगी. समारोह में शामिल होने के बाद वे सर्किट हाउस आएंगी. यहां विश्राम और भोजन के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो जाएंगी. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. वाराणसी में हाई अलर्ट है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में होंगी शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. राष्ट्रपति बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगी और यहां से सीधे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ जाएंगी. यहां दीक्षांत समारोह में 16 मेधावियों को अपने हाथों मेडल देंगी.