लखनऊ: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग हादसे में फंसे यूपी के सभी आठ श्रमिक सुरक्षित हैं. उत्तराखंड सरकार सभी लोगों के रेस्क्यू में लगी है और हर जानकारी साझा की जा रही है. सभी 8 लोगों के परिजनों को रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर हर जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. हादसे में फंसे यूपी के श्रमिकों की सुरक्षा और उनकी सकुशल वापसी के लिए प्रदेश सरकार पूरी गंभीरता से प्रयास कर रही है.
उत्तर प्रदेश के कुल 8 श्रमिकों के हादसे में फंसे होने की जानकारी मिली थी. इनमें 6 लोग श्रावस्ती से, एक लखीमपुर खीरी से और एक मिर्जापुर से हैं. उत्तराखंड सरकार की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी 8 लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं. इनके परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है. जिलाधिकारी के निर्देश पर मंगलवार को एसडीएम भिनगा पीयूष जायसवाल ने टनल आपदा में फंसे मजदूरों के परिवारों से मुलाकात कर उन्हें वस्तुस्थिति की जानकारी दी. लखीमपुर खीरी के तहसीलदार निघासन ने टनल आपदा में फंसे मजदूर के परिवार से मुलाकात कर उन्हें जानकारी दी वहीं. मिर्जापुर के आपदा विशेषज्ञ ने बताया कि तहसीलदार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया गया है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने की कोशिशें जारी हैं. इस बीच जिन 40 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी सामने आई है, उनमें कई उत्तर प्रदेश के भी हैं. उत्तर प्रदेश के जो मजदूर टनल में फंसे हुए हैं उनमें मीरजापुर के अखिलेश कुमार हैं. इसके अलावा ग्राम मोतीपुर के अंकित, राममिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश, राम सुंदर, मंजीत शामिल हैं. इन सभी मजदूरों को पाइप से खाने-पीने का सामान दिया जा रहा है. साथ ही बातचीत के लिये भी यही पाइप जरिया बना है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार सुबह ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक धंस गया. जिससे वहां लगभग 40 मजदूर फंस गए. इनको को बाहर निकालने के लिए बचाव एवं राहत कार्य चल रहा है. सोशल मीडिया पर इन 40 मजदूरों की लिस्ट सामने आयी है. इसके बाद से इन मजदूरों के परिवार में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि सुरंग में फंसे मजदूरों से वॉकी-टॉकी के जरिये संपर्क हो गया है. मजदूरों को सुरंग में पाइप से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. सूचना मिली है कि सुरंग का लगभग 30-35 मीटर हिस्सा टूटा है.
Also Read: UP News: दीपावली पर 183 लोग पटाखों व अन्य कारणों से जले, 108 एंबुलेंस ने पहुंचाई मदद