Loading election data...

बीजेपी में शामिल होने के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचीं वंदना सिंह, बोलीं- सीएम योगी ने UP में गुंडाराज खत्म किया

वंदना सिंह बीजेपी में शामिल होने के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचीं. यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 2, 2021 8:47 PM

UP News: आजमगढ़ की सगड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक वंदना सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचीं, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. मीडिया से बातचीत में वंदना सिंह ने कहा कि एक गलत समाचार कि बसपा के छह विधायक सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिले हैं, मुझे बसपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इस दौरान मुझसे मेरा पक्ष भी नहीं सुना गया. इस बात का हमें दु:ख था. हालांकि इस बात के लिए मैं बसपा का धन्यवाद भी करती हूं कि उन्होंने मुझे खुद बुलाकर टिकट दिया था.

वंदना सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में गुंडाराज खत्म किया है. अपराधियों के खिलाफ सीएम योगी ने जिस प्रकार से अभियान चलाया, उससे प्रभावित होकर पवित्र परिवार का हिस्सा बनी. पीएम मोदी और सीएम योगी की नीतियों पर मुझे विश्वास है. इसलिए मैंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है. यदि मौका दिया तो मैं सगड़ी विधानसभा से चुनाव भी लडूंगी.

Also Read: कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और बसपा विधायक वंदना सिंह ने थामा कमल, स्वतंत्रदेव सिंह ने दिलाई सदस्यता

वंदना सिंह पिछले विधानसभा चुनाव में बीएसपी प्रत्याशी के रूप में लड़ीं थी. उनके पति सर्वेश सिंह सीपू भी सगड़ी क्षेत्र से सपा के विधायक थे. आरोप है कि उनकी कुंटू सिंह ने हत्या करा दी थी, जो प्रदेश के टॉप टेन माफियाओं में से एक है.

Also Read: UP Election 2022: पश्चिमी यूपी से लखनऊ का सफर करेंगी मायावती? ऐसा है बसपा सुप्रीमो का गेमप्लान

गौरतलब है कि 24 नवंबर को कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और बहुजन समाज पार्टी की विधायक वंदना सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रेदव सिंह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्या ग्रहण की थी. इस मौके पर वंदना सिंह ने कहा था, भाजपा एक मंदिर है और मैंने एक मंदिर में प्रवेश लिया है. इसके भगवान योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री हैं. मैं उनकी नीतियों में विश्वास रखते हुए बीजेपी में शामिल हुई हूं. बीएसपी में मुझे मेरी गलती नहीं बताई गई, मेरा पक्ष नहीं जाना और मुझे निलंबित कर दिया गया.

Posted By: Achyut Kumar

Next Article

Exit mobile version