वरुण गांधी का ये किस पर निशाना? कहा- जनता की पीड़ा समझने के लिए बोलने से ज्यादा उनकी सुनना जरूरी
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने सोमवार को महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर किसानों से चर्चा की.
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के नजदीक आते ही बीजेपी के सभी नेता चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं, लेकिन पीलीभीत सांसद वरुण गांधी का इन दिनों अलग ही अंदाज देखने को मिल रहा है. वरुण गांधी किसान और महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं. उन्होंने ने सोमवार को लखीमपुर और पीलीभीत की सीमा पर महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर किसानों से बातचीत की.
लखीमपुर और पीलीभीत की सीमा पर किसानों के बीच फसलों की बढ़ती लागत, उचित कीमत या एमएसपी ना मिलना, देश में कमर-तोड़ महंगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
जनता की पीड़ा को समझने के लिए बोलने से ज़्यादा उनकी बात सुनना ज़रूरी है। pic.twitter.com/QEj66CwyQD— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 1, 2021
पीलीभीत सांसद ने ट्वीट कर कहा- लखीमपुर और पीलीभीत की सीमा पर किसानों के बीच फसलों की बढ़ती लागत, उचित कीमत या एमएसपी ना मिलना, देश में कमर-तोड़ महंगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. जनता की पीड़ा को समझने के लिए बोलने से ज़्यादा उनकी बात सुनना जरूरी है.
दरअसल, वरुण गांधी ने अपने लोकसभा क्षेत्र पीलीभीत में किसानों के हक की लड़ाई में उनके साथ हमेशा की तरह खड़े रहने का ऐलान पहले ही कर दिया है. कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों के पक्ष में खड़े वरुण गांधी ने दूसरे सांसदों को भी नसीहत दी. बोले जमीर जिंदा है तो राजनीति की चिंता छोड़ो और जो सही है, उस पर खुल कर बोलो. उन्होंने कहा, मैं ऐसा सांसद नहीं हूं जो झूठ को झूठ और सच को सच कहने की हिम्मत न जुटा पाऊं.
Also Read: वरुण गांधी की योगी सरकार को चेतावनी, कहा- ‘किसानों को जमीन से बेदखल करने के लिए मेरी लाश से गुजरना होगा’हाल ही में जब प्रदेश में किसानों को अपनी धान की फसल बेचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उस समय भी वरुण गांधी बीजेपी के ऐसे अकेले ऐसे नेता थे, जिन्होंने किसानों के हक में अपनी आवाज बुलंद की. इतना ही नहीं उन्होंने मोदी सरकार को कृषि नीति पर पुनर्चिंतन करने की नसीहत तक दे डाली थी.
Also Read: किसान के धान पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने से नाराज वरुण गांधी, सरकार को कृषि नीति पर पुनर्चिंतन की दी नसीहतलखीमपुर खीरी जिले में एक किसान ‘समोध सिंह’ पिछले 15 दिनों से अपनी धान की फसल को बेचने के लिए मंडियों में मारे-मारे फिर रहे थे. जब फसल नहीं बिकी तो निराश होकर उन्होंने अपनी फसल में आग लगा दी. इस घटना को लेकर भी पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर जमकर निशाना साधा था. वरुण गांधी के बयानों से पता चलता है कि उनकी राजनीति किसी पार्टी के लिए नहीं, बल्कि आम जनता के हितों के लिए है. जिसका वह समय-समय पर प्रदर्शन भी करते रहते हैं.
Posted by- Sohit Trivedi