बुंदेलखंड में बरसे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, योगी सरकार की लगाई ‘क्लास’, विजय रथयात्रा में उमड़े सपाई
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बुंदेलखंड का दौरा गुरुवार को दूसरे दिन भी काफी सफल रहा. बुधवार को भी काफी भीड़ उमड़ी पड़ी थी. अखिलेश के सघन जनसंपर्क का दूसरा यह दूसरा दिन है. इस दौरान अखिलेश वर्तमान में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ काफी आक्रोशित नज़र आए.
Akhilesh Yadav Visit in Bundelkhand: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव गुरुवार को बुंदेलखंड के गिन्नौट बाग में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. बुंदेलखंड में चुनावी सभा को संबोधित करने का यह यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री का दूसरा दिन है. इस बीच अखिलेश की जनसभा में सपाइयों की भीड़ उमड़ पड़ी थी.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बुंदेलखंड का दौरा गुरुवार को दूसरे दिन भी काफी सफल रहा. बुधवार को भी काफी भीड़ उमड़ी पड़ी थी. अखिलेश के सघन जनसंपर्क का दूसरा यह दूसरा दिन है. इस दौरान अखिलेश वर्तमान में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ काफी आक्रोशित नज़र आए. उन्होंने कहा कि यह बुल्डोजर वाली सरकार है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमें आजादी तो मिल गई है. मगर अब तक एकता और समानता का सपना साकार नहीं हुआ है. बाबा साहब अंबेडकर के संविधान के आधार पर जो आजा़दी दी गई थी वह अभी हमें पूरी तरह से नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सिर्फ महंगाई दी है. बेरोजगारी दी है. उन्होंने कहा, ‘चौहान समाज आज अपनी छवि खो चुका है. जिस समाज से पृथ्वीराज चौहान रहे हों, उस समाज को विकास की धारा से दूर रहना पड़ा है. सपा की सरकार आएगी तो यह विकास की गंगा बहाई जाएगी.’
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा, ‘गुरुवार को अचानक ही मौसम खराब हो गया. यह इस बात का प्रमाण है कि लखनऊ में बैठे राजनेताओं का मौसम भी खराब होने वाला है.’ उन्होंने कहा कि नीति आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा गरीब लोग ललितपुर और महोबा के हैं. यहां काफी गरीबी है. मगर यूपी की सरकार को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, ‘जब हमारी सरकार थी तो एक बार एक तस्वीर मीडिया में आई थी, जिसमें दिखाया गया था कि बुंदेलखंड में गरीबी के कारण लोग घास की रोटी खा रहे हैं. उस तस्वीर को देखने के बाद मैंने यह सोच लिया था कि राजय सरकार का चाहे जितना रुपया हो निकले लेकिन यहां के लोगों को हर तरह की राहत मिलनी ही चाहिए.’
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि जब कोराना काल आया था तो भाजपा की सरकार ने सीमाएं सील कर दी थीं. मजदूर भाई हफ्तों सीमा के बाहर खड़े रहे. भूखे-प्यासे भटकते रहे. उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार होती तो वैसा नहीं होता. हम सरकारी गाड़ी लगा देते. चाहे डीएम की गाड़ी लगानी पड़ती, हम लगा देते. मगर मजदूर भाइयों को पैदल नहीं चलने देता.’ उन्होंने आगे कहा, ‘एक बार एक तस्वीर आई थी कि कोराना काल में एक महिला मीलों चलकर पैदल ही ललितपुर पहुंची थी. हम लोगों ने उनकी कहानी मीडिया में देखी. इसके बाद मैंने समाजवादी कार्यकर्ताओं को कहा कि उस महिला की हरसंभव मदद की जाए. उस समय सपा की ओर से उस महिला को एक लाख रुपया दिया गया था.’
उन्होंने कहा, ‘हम रंगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं. इसीलिए ओमप्रकाश राजभर की पार्टी, महान दल के नेता, कृष्णा पटेल जी को साथ लाए हैं. हम विभिन्न रंगों को जोड़कर विकास की गाथा लिखेंगे. मगर इस एक रंग की पार्टी के पास कोई विकास की योजना नहीं है.’ उन्होंने कहा कि प्रदेश में जबसे बाबाजी की सरकार बनी है तब से सब बर्बाद हो गया है. मगर अब प्रदेश की जनता जान गई है कि नाम बदलने वाली सरकार को ही बदल देंगे.’ उन्होंने कहा, ‘किसान उनको अपनी सीमा में घुसने नहीं देंगे. इसीलिए भाजपा सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापिस ले लिया है. मगर अब तक एमएसपी के लिए कानून नहीं आया है. जब तक एमएसपी पर कानून नहीं आएगा तब तक समाजवादी पार्टी किसानों के हक में आवाज़ बुलंद रखेगी.
इस दौरान सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भाषण की शुरुआत ही योगी सरकार के विरोध के साथ की. उन्होंने ललितपुर में उमड़ी भीड़ को कहा कि सपा की सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आपके इलाके में आकर कुछ भी झूठ बोल सकते हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा झूठ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं. उन्होंने कहा था कि देश नहीं बिकने दूंगा. मगर इन्होंने न जाने क्या-क्या बेंच दिया.