वसीम रिजवी की वसीयत- ‘हिंदू दोस्तों को सौंप दें शरीर, मौत के बाद मेरा अंतिम संस्कार किया जाए’
उन्होंने अपनी अंतिम संस्कार की इच्छा जताई है. वसीम रिजवी ने जिक्र किया है कि मौत के बाद उनकी चिता को महंत नरसिम्हा नंद सरस्वती आग दें.
Lucknow News: मरने के बाद अंतिम संस्कार का ऐलान करने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) के वसीयत पर हंगामा मचा है. वसीम रिजवी ने वसीयतनामा तैयार किया है. उन्होंने वीडियो जारी करके काफी कुछ कहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वसीम रिजवी ने इच्छा जताई है कि मरने के बाद उनके शरीर को हिंदुओं को दान कर दिया जाए.
उन्होंने अपनी अंतिम संस्कार की इच्छा जताई है. वसीम रिजवी ने जिक्र किया है कि मौत के बाद उनकी चिता को महंत नरसिम्हा नंद सरस्वती आग दें. बता दें नरसिम्हा नंद सरस्वती डासना मंदिर के महंत हैं. नरसिम्हा नंद सरस्वती धर्म विशेष से जुड़े अपने बयानों को लेकर भी सुर्खियों में बने रहते हैं.
मेरी हत्या और गर्दन काटने की साजिश की जा रही है. मेरा देश और विदेश में विरोध किया जा रहा हैं. मैंने कुरान की आयतों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. यही मेरा गुनाह बन गया है.
वसीम रिजवी
वसीम रिजवी ने कहा है कि ‘मुझे मारने की साजिश की जा रही है. मुझे कब्रिस्तान में जगह नहीं देने का ऐलान किया गया. मैं चाहता हूं मेरी मौत के बात तमाशा ना हो. मेरी मौत के बाद शांति रहे. इन सबको देखते हुए मैंने मौत के बाद शरीर हिंदू दोस्तों को सौंपने का वसीयत किया है.’
मेरी चिता बनाकर मेरा अंतिम संस्कार कर दिया जाए. मेरी चिता में नरसिम्हा नंद सरस्वती अग्नि दें. अपनी वसीयत के जरिए मैंने महंत नरसिम्हा नंद सरस्वती को अधिकृत किया है.
वसीम रिजवी
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट से कुरान की 26 आयतों को हटाने की मांग की थी. इसे लेकर वसीम रिजवी ने याचिका दायर की थी. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद वसीम रिजवी की याचिका खारिज कर दी थी. इस मसले को लेकर वसीम रिजवी के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हुए थे.
आज भी वसीम रिजवी का विरोध किया जा रहा है. उनको गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है. कई मुस्लिम संगठनों ने उन्हें धर्म विरोधी करार दिया है. अब, वसीम रिजवी ने वसीयत जारी करके नया विवाद खड़ा कर दिया है. वसीम रिजवी ने इच्छा जताई है मौत के बाद दफनाने की बजाए अंतिम संस्कार किया जाए.