लखनऊ. भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृज भूषण सिंह ने शुक्रवार को उनके खिलाफ प्रदर्शनकारी पहलवानों के समूह द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है. साथ ही दिल्ली पुलिस को प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का “स्वागत” किया है. कोर्ट के फैसला आने के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए डब्ल्यूएफआई के प्रमुख ने कहा कि वह जांच से “बच” नहीं रहे हैं. इस मामले में “सहयोग” करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. बृज भूषण सिंह कहते हैं – “ सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है. कोर्ट ने आज जो भी फैसला किया है, मैं उसकी सराहना करता हूं. मुझे फैसले पर भरोसा है, जब भी मेरी सहायता की आवश्यकता होगी, मैं जांच में सहायता करूंगा. ”
बृज भूषण सिंह उत्तर प्रदेश के गोंडा की कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं. उन्होंने कहा कि “ प्राथमिकी पहले ही दर्ज की गई होगी. मैं कानून का पालन कर रहा हूं, करता रहूंगा. सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है. मैं भागा नहीं हूं. मैं घर पर हूँ ”. बृज भूषण सिंह की यह टिप्पणी उस बयान के घंटों बाद आई है, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि जिस दिन मैं असहाय महसूस करूंगा. मौत को गले लगा लेंगे. अपनी भावनाओं को प्रकट करने के लिए कविता का वीडियो भी जारी किया था.
ब्रज भूषण सिंह ने एक दिन पहले गुरुवार को वीडिओ के जरिए अपना पक्ष रखा था. वायरल भूषण ने वीडियो में कहा- “ दोस्तों, जिस दिन मैं आत्मविश्लेषण करूं कि मैंने क्या पाया और क्या खोया, और महसूस करूं कि अब मुझमें लड़ने की ताकत नहीं रही, जिस दिन मैं असहाय महसूस करूंगा, मैं मृत्यु की कामना करूंगा, क्योंकि मैं उस तरह का जीवन नहीं जीऊंगा. ऐसा जीवन जीने के बजाय, मैं चाहूंगा कि मौत मुझे अपने आलिंगन में ले ले ” .
नई दिल्ली में प्रदर्शनकारी पहलवानों ने कहा कि वे बृजभूषण के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेंगे, भले ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. यह कहते हुए कि प्राथमिकी “जीत” की ओर पहला कदम है. प्रदर्शनकारियों ने उसके खिलाफ कार्रवाई होने तक जंतर-मंतर पर रात बिताने का संकल्प लिया है. इस दौरान पिछले पांच दिनों में, गद्दे, चादर, पंखे, स्पीकर, माइक्रोफोन, पावर जेनसेट, पानी, भोजन आदि सहित अस्थायी व्यवस्था पर ₹ 5 लाख खर्च किए गए हैं. बॉलीवुड और अन्य एथलीटों सहित अन्य क्षेत्रों से भी समर्थन मिला है.