Subrata Roy Last Rites : सुब्रत रॉय पंचतत्व में विलीन, पोते ने दी मुखाग्नि , अंतिम विदाई देने नहीं आया बेटा
Subrata Roy सहारा श्री सुब्रत रॉय का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार, 14 नवंबर को निधन हो गया था. शव यात्रा दोपहर में सहारा शहर से शुरू हुई जिसमें हजारों दोस्त, शुभचिंतक और कर्मचारी मौजूद थे.
लखनऊ : सहारा समूह के संस्थापक सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार लखनऊ के गोमती किनारे बैकुंठ धाम में गुरुवार, 16 नवंबर को विधि विधान के साथ किया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 16 साल के पोते हिमांक रॉय ने उनको मुखाग्नि दी. सहारा श्री सुब्रत रॉय का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार, 14 नवंबर को निधन हो गया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुब्रत रॉय के निधन के बाद मंगलवार को ही उनके 16 साल के पोते हिमांक रॉय विमान से आए थे. हिमांक लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं. लंदन से आने के बाद वह सीधे कोकिलाबेन अस्पताल गए जहां सहारा श्री ने अंतिम सांस ली थी. सुब्रत रॉय की पत्नी स्वप्ना रॉय और बेटे, सुशांतो रॉय और सीमांतो विदेश में हैं, जिस कारण वे अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके. 75 वर्षीय सहारा श्री के परिवार में उनकी पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो और सीमांतो हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उनका विदेशों में कारोबार है. 2004 की इंडिया टुडे की एक कहानी के अनुसार, लखनऊ में श्रीमंतो की शादी में भारत के कई लोग शामिल हुए थे, जिनमें पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, लालू प्रसाद यादव, कपूर परिवार आदि शामिल थे. अंतिम दर्शन के लिए कई राजनेता और फिल्मी हस्तियां जुटीं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कांग्रेस नेता एवं अभिनेता राज बब्बर, प्रमोद तिवारी , बृजेश सिंह भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
बता दें कि कैंसर से पीड़ित सुब्रत राय सहारा का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. सुब्रत रॉय का लंबे समय से मुंबई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. मेटास्टैटिक कैंसर, हाइपरटेंशन और डाइबटीज से उत्पन्न जटिलताओं के साथ एक लंबी लड़ाई के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण 14 नवंबर 2023 को रात 10.30 बजे उनका निधन हो गया था. उन्हें 12 नवंबर, 2023 को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में भर्ती कराया गया था. सुब्रत रॉय का नाम भारत के बड़े बिजनेसमैन में गिना जाता है. 10 जून, 1948 को वह अररिया, बिहार में जन्मे थे. सहारा इंडिया के रूप में एक साम्राज्य की स्थापना की. उनका कारोबार विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है.