लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करके लेखपाल भर्ती परीक्षा में शामिल महिला अभ्यर्थी का एडमिट कार्ड शेयर करते हुए के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाया है. अखिलेश यादव के ट्रवीट को समाजवादी पार्टी की सोशल मीडिया सेल विभिन्न प्लेटफार्म पर शेयर कर रही है.उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने मंगलवार को लेखपाल बहाली का परिणाम जारी किया था. अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद आयोग की तरफ से सफाई भी जारी की गयी है. रितु के परिणाम को विदहेल्ड में रखा जायेगा.
अखिलेश का कहना है कि यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नक़ल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सबूत के साथ पकड़ा था, उसे उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उतीर्ण घोषित कर दिया है. ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है. जांच हो और दंडात्मक कार्रवाई भी’. भाजपा सरकार में नक़ल माफिया का अमृतकाल चल रहा है.
यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नक़ल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सबूत के साथ पकड़ा था, उसे उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उतीर्ण घोषित कर दिया है। ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। जाँच हो और दंडात्मक कार्रवाई भी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 3, 2023
भाजपा सरकार में नक़ल माफिया का अमृतकाल चल रहा… pic.twitter.com/vAd7HTb7fc
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव अवनीश सक्सेना ने अखिलेश यादव के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. इस पूरे मामले में विस्तार से सफाई दी है. सचिव का कहना है कि लेखपाल परीक्षा के परिणाम को लेकर सोशल मीडिया अभ्यर्थी रितु सिंह (अनुक्रमांक 0019 1794) को लेकर भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं . दावा किया जा रहा है कि रितु सिंह नकल करते हुए पकड़े जाने के बाद चयनित हो गईं.
सचिव का कहना है कि जो अभ्यर्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े जाते हैं, परीक्षा केंद्र से निर्धारित प्रारूप पर उसका विवरण भेजा जाता है. इसके बाद आयोग उसे ब्लैक लिस्ट कर देता है. लिखित परीक्षा के परिणाम में सम्मिलित नहीं किया जाता है. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव कहा कि जहां तक अभ्यर्थी रितु सिंह का प्रश्न है उसके संबंध में संबंधित परीक्षा केंद्र (चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज, करेली, प्रयागराज) स्तर से आयोग को भेजी गयी रिपोर्ट में परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों के प्रयोग संबंधित विवरण का उल्लेख नहीं किया गया है.
संबंधित परीक्षा केंद्र सीलबंद अवस्था में प्रेषित ट्रंक में संरक्षित अन्य अभ्यर्थियों की ओएमआर के साथ-साथ इस अभ्यर्थी की ओएमआर का भी मूल्यांकन किया गया. इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े गए अन्य सभी अभ्यर्थियों जिनके संबंध में परीक्षा केंद्रों से निर्धारित प्रपत्र पर ‘अनुचित साधन प्रयोग की जानकारी दी गई थी. उनको लिखित परीक्षा परिणाम में सम्मिलित नहीं किया गया है.
सचिव अवनीश सक्सेना ने कहा कि पुलिस ने एफआइआर में न्यायालय में चार्जशीट अथवा अंतिम रिपोर्ट दायर नहीं की है. यदि आयोग द्वारा अंतिम परिणाम घोषित किए जाने से पहले पुलिस जांच पूरी नहीं हो पाती है तो अंतिम परिणाम में चयनित होने की दशा में अभ्यर्थी रितु सिंह का परिणाम ‘विदहेल्ड श्रेणी में रखा जाएगा.