लखनऊः उत्तर प्रदेश में सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शनिवार सुबह 8 से 10 बजे तक कार्य बहिष्कार किया. प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत नर्सिंग, टेक्नीशियन, पैरामेडिकल समेत कई संवर्गों के कर्मचारी तबादला नीति के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं. कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार से मरीजों को काफी दिक्कत हुई. मरीज के साथ-साथ परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.
प्रधान महासचिव व चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ अशोक कुमार ने बताया चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ उत्तर प्रदेश के आंदोलन में आज 5वें दिन दो घंटे पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार हुआ. आंदोलन में मुख्य रूप से प्रांतीय चिकित्सा संघ, राजकीय नर्सेज संघ, राजपत्रित डिप्लोमा फार्मेसी एसोसिएशन, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश, प्रयोगशाला सहायक एसोसिएशन ,एक्स-रे टेक्नीशियन एशोसिएशन , डार्क रूम असिस्टेंट एशोसिएशन उत्तर प्रदेश, टी. वी. कन्ट्रोल इम्प्लॉइज एशोसिएशन,ई सी जी टेक्नीशियन, इलेक्ट्रिशियन एसोसिएशन, मिनिस्ट्रीयल एशोसिएशन स्वास्थ्य भवन के अधिकारियों / कर्मचारी ने भाग लिया.
यूपी के स्वास्थ्य कर्मियों ने सुबह 8 से 10 बजे तक कार्य बहिष्कार किया, तबादला नीति का विरोध कर रहे हैं कर्मचारी, 20 से 23 जून तक काला फीता बांधकर किया था प्रदर्शन pic.twitter.com/yccq9qkdrQ
— अमित यादव/हम भारत के लोग (@amityadav26) June 24, 2023
राजधानी लखनऊ के चिकित्सालयों में दो घंटे तक कार्य बहिष्कार किया गया. लोकबन्धु राज नारायणचिकित्सालय से लेकर ठाकुरगंज टीबी चिकित्सालय, महानगर सिविल चिकित्सालय, वीरांगना बाई महिला चिकित्सालय, झलकारी बाई चिकित्सालय में कर्मचारियों ने दो घंटे तक काम ठप रखा.
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स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांग है कि तबादला नीति को संसोधित किया जाये. संगठनों के अध्यक्ष मंत्री का स्थानांतरण ना किया जाए. पूर्व में किए गए तबादलों का अभी तक भत्ता नहीं दिया गया है. प्रदेश के कई जिला चिकित्सालय को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज बनाया गया है. जिससे पूरे वर्ष कर्मचारियों को स्थानांतरित किया गया है इसको भी अब स्थान्तरण में ही सम्मिलित किया जाए. क्योंकि हमारे कर्मचारी पूरे प्रदेश साल भर से इससे परेशान हैं. जिनका समायोजन अभी तक नहीं हुआ है स्थानांतरण केवल स्वयं के अनुरोध, जनप्रतिनिधि, शिकायत पर ही किये जाए.