World Environment Day 2023: विश्व पर्यावरण दिवस पर पूरे प्रदेश में विभिन्न आयोजनों के बीच सरकार ने लोगों से हरियाली बनाए रखने की अपील की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण की अपील की है. इस बार प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर थीम होने के कारण आम जनता को जागरूक होना बेहद महत्वपूर्ण और जरूरी है. वहीं प्रयागराज में इस मौके पर सैंड आर्ट के जरिये एक कलाकार ने अपनी नायाब कला का प्रदर्शन किया.
सैंड आर्टिस्ट अजय और मनोज ने संगम तट पर बालू से 15.24 मीटर के गोले में पृथ्वी की आकृति बनाई, जिसमें 120 फीट लंबा 40 फीट चौड़ाई मे विश्व पर्यावरण दिवस लिखा गया है. अपनी सैंड आर्ट के जरिए इन कलाकारों ने पर्यावरण संरक्षण की अपील की. लोगों ने इसे बेहद पंसद किया और सैंड आर्ट के जरिए इस प्रयास की सराहना भी की.
सैंड आर्टिस्ट अजय ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकृति को समर्पित दुनिया भर में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा उत्सव है. पर्यावरण और जीवन का अटूट संबंध है, फिर भी हमें अलग से यह दिवस मनाकर पर्यावरण के संरक्षण, संवर्धन और विकास का संकल्प लेने की आवश्यकता है, यह बात चिंताजनक ही नहीं, शर्मनाक भी है. उन्होंने कहा कि भारत, चीन, इंडोनेशिया जैसे देशों में तापमान का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि लोगों के बीच एसी का डिमांड बढ़ती जा रहा है.
Also Read: अयोध्या: छात्रा की मौत के मामले में स्कूल प्रबंधक और छात्र गिरफ्तार, एसआईटी की जांच में हुआ ये खुलासा…मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी प्रदेशवासियों को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं. स्वच्छ-सुरक्षित पर्यावरण हमारे पारिस्थितिकी तंत्र तथा जैव-विविधता को संतुलित व संरक्षित रखता है. हम सभी प्राणि मात्र की रक्षा के लिए अपने पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लें.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लोगों से पौधें लगाने और पर्यावरण बचाकर जीवन को खुशहाल बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी देश व प्रदेश वासियों को प्रकृति के प्रति कर्तव्यों को समर्पित विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. उन्होंने कहा कि इस दिवस पर स्वयं और अपने मित्रों को सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक और कूड़ा-कचरा नहीं फैलाने एवं पर्यावरण की सुरक्षा व संवर्धन के लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण करने का संकल्प करें.
दरअसल जनजीवन की सुरक्षा के लिए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जरूरत है. आधुनिकता की ओर बढ़ रहे विश्व में विकास की राह में कई ऐसी चीजों का उपयोग शुरू कर दिया है, जो धरती और पर्यावरण के लिए घातक है.
इंसान और पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है. प्रकृति के बिना जीवन संभव नहीं है. लेकिन, इसी प्रकृति को इंसान नुकसान पहुंचा रहा है. लगातार पर्यावरण दूषित हो रहा है, जो जनजीवन को प्रभावित करने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की भी वजह बन रहा है.
प्रकृति की सुरक्षा और पर्यावरण का संरक्षण के उद्देश्य से प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत 1972 में हुई थी. संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 को पहला पर्यावरण दिवस मनाया, तब से हर वर्ष इस दिन को मनाया जाने लगा.
संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का फैसला लिया था. हालांकि, पर्यावरण दिवस सबसे पहले स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में मनाया गया. 1972 में स्टॉकहोम में पहली बार पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था. विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम “Solutions to Plastic Pollution” है. यह थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित है.