SDRF जवानों ने छोटी सी चारपाई को नाव बनाकर बचाई 285 गायों की जिंदगी, साहस रोमांच से भरी है बाढ़ की ये कहानी
बाढ़ प्रभावित इलाकों में जन और संपत्ति को बचाने के लिए जान जोखिम में रखकर बचाव कार्य किया जा रहा है. सहारनपुर के थाना-बेहट के गांव शेखपुरा में बरसाती नाले में एक व्यक्ति के डूबने की सूचना एसडीआरएफ की टीम द्वारा सुबह से रेस्क्यू कार्य जारी है.
लखनऊ : एक छोटी सी चारपाई के पाए और पाटी के चारों ओर सफेद प्लाटिक की केनों को बांधा गया है ताकि चारपाई पानी में नहीं डूबे. इसके बाद इस चारपाई पर तीन बछिया को बैठा दिया जाता है. एक ग्रामीण छोटी सी रस्सी के सहारे पानी में उतरकर नाव बनी चारपाई को आगे की ओर खींचता है. अग्निशामन विभाग के दो जवान (फायरमैन) पीछे से गाय को पकड़े सजगता से चल रहे हैं ताकि बछिया सुरक्षित रहे. चारपाई रूपी नाव डूबे तो उनको बचाया जा सके. बाढ़ से लड़कर जीतने का साहस पैदा करने वाला यह दृश्य उत्तर प्रदेश नोएडा के सेक्टर 168 में आने वाले गांव छपरौली का है.
यमुना की बाढ़ में डूबे इस गांव की गौशाला से मवेशियों को बचाया जा रहा है.मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि छपरौली गांव में 2 गौशालाएं हैं, एक में 135 और दूसरी में 150 मवेशी थे. स्थानीय लोगों की मदद से अग्निशमन सेवा विभाग ने अधिकांश मवेशियों को बचा लिया है. यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से इस इलाके में बाढ़ आ गई है. हमें उम्मीद है कि एक घंटे के भीतर हम फंसे हुए बाकी मवेशियों को बचा लेंगे. इससे एक दिन पहले सेनानायक डॉ सतीश कुमार के निर्देशन में सहारनपुर के नानकपुरम जनता रोड पर अत्यधिक बारिश का पानी भर जाने के कारण आपदा मित्रों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य कर मवेशी को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया था.
In Chhaprauli village, there are 2 gaushalas, one had 135 cattle and another had 150 cattle. With the help of locals, the Fire service dept has rescued most of the cattle. Due to the rising water level in Yamuna River, this area has been flooded. We hope within one hour, we can… https://t.co/aCTZ37oSAQ pic.twitter.com/dTXMmPbluR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 12, 2023
बाढ़ को लेकर सरकार की तैयारी तथा राहत और बचाव कार्य को लेकर उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है. बलरामपुर और श्रावस्ती का दौरा किया गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 65 से अधिक परियोजनाएं चल रही हैं. इन परियोजना में 75% के करीब पूरी हो चुकी हैं. कुछ परियोजनाएं 100 % पूरी हो गई हैं. जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह दावा के साथ कहते हैं कि ” हम गांव, गरीब और किसानों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होने देंगे. सीएम योगी कई बैठकें कर चुके हैं. अधिकारी सतर्क हैं “
कन्नौज में नेशनल हाइवे को बनाया स्वीमिंग पुलकन्नौज में नेशनल हाइवे पर बारिश के पानी के कारण इतना जलजमाव हो गया कि लोगों ने उसे स्वीमिंग पुल में तब्दील कर दिया. राष्ट्रीय राजमार्ग को स्वीमिंग पुल की तरह यूज करने का फोटो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है. मीम्स बन रहे हैं. कन्नौज गंगा के बेसिन में बसा शहर है. वहीं मथुरा में यमुना नदी उफान मार रही है. मथुरा के एसएसपी शैलेश कुमार पांडे कहते हैं ” उत्तराखंड में बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. नदी किनारे के सभी पुलिस स्टेशनों को इलाके में निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. अन्य एजेंसियों से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि जलभराव होने पर लोगों को तुरंत निकाला जा सके “
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिशयमुना सहित कई नदियों का का पानी प्रमुख सड़कों पर बह निकला. जल विशेषज्ञों ने घर के अंदर रहने और जब तक आवश्यक न हो बाहर न निकलने का आग्रह किया. आईएमडी के दैनिक बुलेटिन में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
उत्तर प्रदेश को 812 करोड़ रुपये का आवंटनकेंद्र सरकार ने बुधवार को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष के लिए उत्तर प्रदेश को 812 करोड़ रुपये का आवंटन मिला है. यह राशि केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिशों के अनुसार जारी की गई है. देश भर में भारी बारिश के मद्देनजर दिशानिर्देशों में ढील दी गई है और पिछले वित्तीय वर्ष में राज्यों को प्रदान की गई राशि के उपयोगिता प्रमाण पत्र की प्रतीक्षा किए बिना राज्यों को तत्काल सहायता के रूप में राशि जारी की गई है.वित्त आयोग की सिफारिश के अनुसार वार्षिक केंद्रीय योगदान दो समान किश्तों में जारी किया जाता है. दिशानिर्देशों के अनुसार, पिछली किस्त में जारी की गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त होने और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष द्वारा की गई गतिविधियों पर राज्य सरकार से एक रिपोर्ट प्राप्त होने पर धनराशि जारी की जाती है.