पंजाब के CM बनें योगी आदित्यनाथ,बेटे की हत्या के बाद पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता ने यूं बयां किया दर्द
बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने की लड़ाई लड़ रहे बलकौर सिंह ने पंजाब सरकार और वहां की कानून व्यवस्था पर निशाना साधा है. माफिया- अपराधी पर कार्रवाई के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की है. पंजाब सरकार को भी उसी तरह कार्रवाई करने की सलाह दी है.
लखनऊ . ‘माफिया और गैंगस्टर मेरे घर में घुस गए और पंजाब सरकार कुछ नहीं कर सकी. आज मुझे यूपी के सीएम योगी याद हैं.’ पंजाब में योगी (सीएम योगी आदित्यनाथ) होते तो मेरे बेटे की हत्या नहीं होती.’ बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने की लड़ाई लड़ रहे बलकौर सिंह ने पंजाब सरकार और वहां की कानून व्यवस्था पर निशाना साधा. माफिया- अपराधी पर कार्रवाई के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की है. बलकौर सिंह जाने-माने पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला के पिता हैं.
29 मई को हुई हत्या, 19 को बरसी
सिद्धू मूसेवाला की बीते साल 29 मई को मनसा (पंजाब ) में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बलकौर सिंह ने अपने बेटे की बरसी एक साल पूरा होने से पहले उसी शहर में आयोजित की जहां पर बेटे की हत्या की गयी थी. बरसी में शामिल होने पहुंचे लोगों और मीडिया को पंजाबी में ही संबोधित करते हुए पंजाब सरकार को यह सीख देने की कोशिश की कि अपराधियों पर योगी मॉडल की तरह कार्रवाई करनी चाहिये. पंजाब में अपराधियों का बोलबाला इसी कारण है.
2024 लोकसभा चुनाव में योगी के काम पर मिलेगा वोट
बलकौर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कानून व्यवस्था की तारीफ में कहा कि योगी ने उत्तर प्रदेश को साफ किया है. 2024 लोकसभा चुनाव में सभी लोग योगी के नाम पर वोट डालने को मजबूर हो जाएंगे . यानि उत्तर प्रदेश में अपराधी खत्म कर दिये गये हैं. इसका लाभ भाजपा को अगले साल होने वाले चुनाव में पूरा मिलेगा. मुख्य आरोपियों में से एक लॉरेंस बिश्नोई के टीवी पर साक्षात्कार को लेकर भी सवाल खड़ा किया. इस घटना को अपने बेटे की दूसरी बार हत्या के रूप में बताया.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद टूटा पिता
पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच कर रही पंजाब पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ जग्गू भगवानपुरिया एवं गोल्डी बराड़ को मुख्य आरोपी बनाया है. बेटे की हत्या के बाद से बीमार चल रहे बलकौर सिंह को इस बात का मलाल है कि माइनस 30 डिग्री तापमान में चीन के बार्डर पर ड्यूटी करके देशसेवा के बदले में उनका बेटा छीन लिया गया.