उत्तर प्रदेश के किसानों और पशुपालकों के लिए एक अच्छी खबर है. योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के तहत अब अन्य प्रदेशों से उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों (गिर, साहीवाल, थारपारकर और हरियाणा प्रजाति) के खरीददारी करने पर किसानों को अधिकतम 40,000 रुपए तक का अनुदान मिलेगा. एक दुग्ध उत्पादक अधिकतम 2 गायों की एक पशुपालन इकाई के लिए पात्र होगा.
इसके अलावा प्रदेश के 621 विकास खण्डों में एक-एक उच्च तकनीकी की नई दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बनेगी. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में नन्द बाबा दुग्ध मिशन की स्टेट स्टीयरिंग कमेटी की प्रथम बैठक में यह निर्णय लिए गए. इसके तहत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना, मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना एवं नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना को मंजूरी दे दी गई.
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के तहत स्वदेशी नस्ल की गाय पालन के लिए 10 से 15 हजार की प्रोत्साहन राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी जायेगी. नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत गौवंशीय पशुओं में नस्ल सुधार एवं दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि हेतु 25 गायों की डेयरी स्थापित करने पर अधिकतम 31.25 लाख रुपए प्रति इकाई अनुदान प्रदान किया जायेगा.
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी बनाये रखने के लिये 1000 करोड़ रुपए की लागत से नन्द बाबा दुग्ध मिशन की शुरुआत की गई है. मिशन के अन्तर्गत दुग्ध सहकारी समितियों द्वारा दुग्ध उत्पादकों को गांव में ही उनके दूध को उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध करायी जाये. उन्होंने मिशन समिति में दान देने वाले व्यक्तियों को आयकर में 80 जी के तहत छूट प्रदान करने के भी निर्देश दिये.
पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० रजनीश दुबे ने कहा कि डेयरी सेक्टर के समस्त हित धारकों के लिए अधिकाधिक लाभ के लिए दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन नीतिके क्रियान्वयन में नन्द बाबा दुग्ध मिशन की मुख्य भूमिका रहेगी. दुग्ध आयुक्त एवं मिशन निदेशक शशि भूषण लाल सुशील द्वारा नन्द बाबा दुग्ध मिशन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत गौ से ग्राहक तक दुग्ध मूल्य श्रृंखला में संवर्धन करके नई श्वेत क्रांति लायी जायेगी. नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना द्वारा गौ- पालकों को 25 स्वदेशी उन्नतशील गाय उपलब्ध करायी जायेगी.
आपको बता दें उत्तर प्रदेश में फिलहाल मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना पहले से चल रही है. आप अगर गाय पालते हैं या पालने की इच्छा रख रहे हैं तो इन दोनों योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं. योजना के तहत डेयरी किसानों को देशी नस्ल वाली साहीवाल, गिर, गंगातीरी और थारपारकर गाय का पालन करना होता है. गाय पालन के लिए दी जाने वाली राशि अधिकतम दो गायों के पालन पर अनुमन्य है. इसके लिए आपको अपने नजदीकि पशुपालन विभाग में जाकर अधिकारियों से संपर्क करना होगा. इसके साथ ही इस योजना की जानकारी आप ऑनलाइन भी पा सकते हैं.