यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Madan Mohan Malviya University of Technology) में कहा था कि जिस लोगों के पास रोजगार नहीं है उनके लिए पीएम-सीएम इंटर्नशिप योजना (PM CM Internship Scheme) है, जिसके तहत युवाओं को इंड्रस्ट्री में प्रशिक्षण (Training) के साथ मानदेय (Stipend) भी दिया जाएगा. आज हम आपको राज्य सरकार की इसी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार कई योजनाएं चलाती हैं, जिनमें से एक यूपी इंटर्नशिप योजना (UP Internship Yojana) है. इसके तहत युवाओं को अलग-अलग फिल्ड में काम सीखने के साथ ही उन्हें 2500 रुपये का मानदेय भी मिलता है. इनमें से एक 1 हजार रुपये राज्य सरकार और बाकि के 1500 रुपये केंद्र सरकार देती है. यूपी इंटर्नशिप योजना की अच्छी बात यह है कि इसके लिए इंटरमीडिएट से लेकर हाई प्रोफाइल की पढ़ाई करने वाले युवाओं भी इसके लिए पात्र हैं. 6 महीने से लेकर 1 साल तक प्रशिक्षण दी जाती है. दरअसल सरकार की मंशा यूपी के नौजवानों को रोजगार से जोड़ने का है. बता दें कि इस योजना के लिए 20 प्रतिशत सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित होती है. हालांकि इस योजना का लाभ केवल यूपी के युवाओं को ही मिलेगा.
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आवेदक का आधार कार्ड
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पैन कार्ड
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आय प्रमाण पत्र
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निवास प्रमाण पत्र
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मार्कशीट
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फोटो
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बैंक डिटेल
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इस योजना का आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से होता है. ऑफलाइन के लिए आपको रोजगार ऑफिस या रोजगार मेले में जाकर आवेदन करना होता है. वहीं ऑनलाइन के लिए https://sewayojan.up.nic.in/ पर जाएं. यहां यूपी इंटर्नशिप स्कीम सर्च करें. अब मांगी गई जानकारी भरने के बाद दस्तावेज अटैच कर दें. अंत में सबमिट पर क्लिक कर दें. ऐसे में आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
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योगी सरकार प्रदेश को फार्मा इंडस्ट्री का हब बनाने के लिए कई तरह की रियायतें दे रही है. फार्मा पॉलिसी में भी बदलाव किया गया है. इसी के तहत ललितपुर में दो हजार एकड़ में बल्क ड्रग पार्क बनाया जा रहा है. यहां 60 से 70 यूनिट की स्थापना की जाएगी, जो 452 दवाएं और 23 की स्टार्टिंग मैटेरियल तैयार करेंगी. ललितपुर के बल्क ड्रग पार्क से प्रदेश में एक लाख करोड़ का निवेश होगा. डेढ़ लाख से ज्यादा रोजगार सृजित होंगे. बल्क ड्रग पार्क में फार्मा से जुड़ी सहयोगी इकाइयां भी आएंगी, जिससे परोक्ष रूप से 3 लाख रोजगार का सृजन होगा.
ललितपुर के फार्मा पार्क में इंडस्ट्री को कुल 94 प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे. इसमें 50 एकड़ से लेकर 5 एकड़ तक के प्लाट होंगे. इसमें 50 एकड़ के तीन, 30 एकड़ के पांच, 20 एकड़ के आठ, 15 एकड़ के पंद्रह, 10 एकड़ के बीस और 5 एकड़ 43 प्लॉट शामिल हैं. फार्मा पार्क के 53 प्रतिशत हिस्से में इकाइयां और शेष हिस्से में अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसमें 50 एकड़ में ड्राई पोर्ट, 70 एकड़ में कॉमन फैसिलिटी (सीईटीपी/एसटीपी/अन्य यूटिलिटीज़), 100 एकड़ में लॉजिस्टिक एंड वेयरहाउसिंग, 60 एकड़ में इंस्टिट्यूशनल, टेस्टिंग एंड आरएंडडी, 270 एकड़ में रोड एंड ट्रांसपोर्ट, 250 एकड़ में ग्रीनरी, वॉटर बॉडीज एवं अन्य, 60 एकड़ में रेजिडेंशियल (हाउसिंग ग्रुप) आदि शामिल हैं. इनपर एक हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इनमें बुनियादी विकास के लिए 460.60 करोड़, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज के लिए 20 करोड़, लैंड के लिए 144.2 करोड़ और एडमिनिस्ट्रेटिव, कंसल्टेंसी एवं प्रोग्राम मैनेजमेंट के लिए 10 करोड़ खर्च होंगे.
फार्मा पार्क में बिजली सप्लाई दो साल में 61 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इससे 43 किलोमीटर में 220 केवी ट्रांसमिशन की लाइन बिछाई जाएगी. वहीं जामनी नदी पर 60 करोड़ लागत से पंपिंग स्टेशन के साथ चेक डैम रिजर्व वायर बनाया जाएगा. साथ ही 50 करोड़ से ललितपुर एयरपोर्ट को अपग्रेट किया जाएगा. उद्यमियों को ब्याज पर सब्सिडी, एसजीएसटी रिफंड, स्टांप ड्यूटी में छूट, रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट, इलेक्ट्रिक ड्यूटी में छूट, ईपीएफ वापसी, भाड़े पर सब्सिडी, एयर कार्गो हेंडलिंग सब्सिडी, पेटेंट रजिस्ट्रेशन सब्सिडी, क्वालिटी सर्टिफिकेशन सब्सिडी, स्किल डेवलपमेंट इंसेंटिव और डिमेड ओपन एसेस आदि रियायतें मिलेंगी.