Rapidex:मेरठ के लोगों को प्रोजेक्ट पूरा होने का इंतजार, तीन माह में चार हादसों ने सुरक्षा इंतजामों की खोली पोल
रैपिडेक्स रेल साइट पर काम के दौरान हुए हादसों में क्या जांच की गई और दोषी के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई, ये अभी तक साफ नहीं किया गया है. ताजा प्रकरण में भी एनसीआरटीसी की ओर से सिर्फ सिपाही के घायल होने की जानकारी दी गई है. उधर, रैपिडेक्स के निर्माण में तेजी के मद्देनजर दिल्ली रोड वन-वे कर दी गई है.
Meerut News: रैपिडेक्स रेल शुरू होने से कई लोगों की जिदंगी में सुकून आ गया है तो कई लोग इसका तेजी से इंतजार कर रहे हैं. अभी रैपिडेक्स रेल साहिबाबाद से दुहाई के बीच चलने लगी है. वहीं उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मेरठ के लोगों को भी इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. जो लोग मेरठ से दिल्ली आते हैं, उन्हें इसका बेसब्री से इंतजार है. आने वाले दिनों में ये लोग मेट्रो रेल की वॉयलेट लाइन से चंद मिनटों में जंगपुरा स्टेशन पहुंच जाएंगे. वहां रैपिडेक्स रेल से 50-55 मिनट में मेरठ पहुंचेंगे. जंगपुरा में रैपिडेक्स रेल का स्टेशन होगा. उधर, नेहरू प्लेस आने वाले शाम को वहीं से जंगपुरा मेट्रो स्टेशन पहुंकर रैपिडेक्स रेल पकड़ लिया करेंगे. रैपिडेक्स के तेजी से होते निर्माण कार्यों के बीच दूसरा पक्ष ये भी है कि इससे संबंधित साइट पर लगातार हादसे हो रहे हैं और इसकी रोकथाम को लेकर संजीदगी नजर नहीं आ रही है. मेरठ में ताजा प्रकरण में रैपिडएक्स ट्रैक निर्माणधीन साइट पर एक स्लाइडर 30 फीट ऊपर से एक कार पर गिर गया, जिससे उसमें सवार यूपी पुलिस का सिपाही घायल हो गया. रैपिड ट्रैक की साइट पर तीन माह के भीतर चार हादसे हो चुके हैं. इससे बाद भी जिम्मेदार अफसर नहीं चेते हैं.
रुड़की रोड पर हुआ हादसा, सिपाही की बाल-बाल बची जान
मेरठ में रुड़की रोड पर रैपिडएक्स के निर्माण कार्य के दौरान एलजी मशीन का ब्रेक अचानक फेल होने से 30 फीट की उंचाई से स्लाइडर एक कार के ऊपर गिर गया. हादसे में कार सवार सिपाही अमित उपाध्याय गंभीर रूप से घायल हो गए. जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस और मौके पर मौजूद लोगों ने क्रेन के सहारे कार को बाहर निकाला ओर जख्मी कॉन्सटेबल को प्राइवेट हॉस्पिटल अस्पताल में भर्ती कराया. बताया जा रहा है कि अमित उपाध्याय अपने परिचित से मिलने मेरठ आए थे, इसी दौरान हादसा हुआ. घायल सिपाही की हालत सामान्य है. सिपाही ने कहा कि ऐसा लगा कि मौत उन्हें छूकर निकल गई, भगवान का शुक्र है कि जान बच गई. मौके से गुजरने वाले लोग हादसे को देखकर सिहर उठे. उनका कहना है कि अगर एक सेकेंड का भी अंतर होता तो सिपाही की जान जा सकती थी. ईश्वर ने उन्हें बचा लिया.
Also Read: UP Road Accident: बदायूं में दो स्कूल वाहनों में भीषण टक्कर, चार बच्चों और बस चालक की मौत, 16 छात्र घायल
साइड बीम गिरने की वजह से हुआ हादसा
इस प्रकरण में एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि लॉन्चिंग गैंट्री का एक साइड बीम नीचे से गिर गया था. यह पार्ट एक कार के पिछले हिस्से पर गिरा. इससे कार में सवार सिपाही घायल हो गए. उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सिपाही की हालत सामान्य है.
रैपिडएक्स के काम में लगातार हो रहे हादसे
-
रैपिडएक्स के काम में तेजी के साथ हादसे भी बढ़ते जा रहे हैं. रुड़की रोड पर रविवार सुबह निर्माण कार्य के दौरान एलजी मशीन का अचानक ब्रेक फेल होने से स्लाइडर मेरठ की तरफ से आ रही कार के ऊपर गिर गया. हादसे में उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही अमित घायल हो गया.
-
जुलाई में शॉप्रिक्स मॉल के पास हादसा हुआ था. इसमें रात करीब दो बजे स्लैब गिरने से सात मजदूर घायल हो गए थे. वहीं परतापुर के भूड़बराल में भी निर्माण कार्य के दौरान एकाएक स्लैब गिर गया था, जिसमें चार मजदूर घायल हो गए थे.
-
कुछ दिनों पहले ही मोदीपुरम में स्लैब के लिए बनाया जा रहा कंकरीट का मसाला गिर गया था, यहां से कोई हताहत नहीं हुआ था. इन सभी मामलों में रैपिडएक्स के अफसर जांच की बात करते रहे.
जांच को लेकर नहीं दी जा रही कोई जानकारी
खास बात है कि इन सभी मामलों में क्या जांच की गई और कौन दोषी पाया गया, वहीं उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई, ये अभी तक साफ नहीं किया गया है. ताजा प्रकरण में भी एनसीआरटीसी की ओर से सिर्फ सिपाही के घायल होने और अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी गई है. उधर, रैपिडेक्स के निर्माण में तेजी के मद्देनजर दिल्ली रोड पिछले महीने भर से रात 12 बजे से सुबह 5 बजे वन-वे कर दी गई है. इसके बाद भी हादसे हो रहे हैं. अभी तक जिम्मेदार अधिकारी इसका कारण नहीं जान पाए हैं और न ही हादसे रोकने के लिए कोई कदम उठाए गए हैं.