Milkipur By Election 2025: अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में शाम 5 बजे तक करीब 65 फीसदी मतदान हुआ. इस सीट पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों में कांटे की टक्कर मानी जा रही है. समाजवादी पार्टी ने मिल्कीपुर सीट से अजीत प्रसाद को प्रत्याशी बनाया था. अजीत प्रसाद सपा नेता और सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं. वहीं, बीजेपी ने मिल्कीपुर सीट से चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है. मिल्कीपुर उपचुनाव समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है, क्योंकि यह सीट राजनीतिक रूप से अहम अयोध्या जिले का हिस्सा है.
बीजेपी या समाजवादी पार्टी
मिल्कीपुर से बीजेपी जीतेगी या सपा का परचम लहराएगा, यह तो 8 फरवरी को ही साफ हो पाएगा. हालांकि मीडिया गलियारों में इस बात की चर्चा है कि बीजेपी बाजी मार सकती है. जिस तरह से वोटरों का उत्साह वोटिंग में देखा गया है उससे दावा किया जा रहा है कि बीजेपी को फायदा पहुंच सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कई पत्रकारों ने दावा किया है लोगों से बातचीत में जो बात निकलकर आई है उसमें अधिकांश लोगों ने कहा कि उन्होंने सीएम योगी और पीएम मोदी को वोट दिया है. इसके अलावा बीजेपी की डबल इंजन से भी लोगों को ज्यादा फायदा होगा.विकास को ज्यादा जोर मिलेगा.
सपा ने लगाए धांधली के आरोप
उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने कई जगहों पर धांधली किये जाने के आरोप लगाये हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक ऑडियो साझा करते हुए लिखा कि “ये है पीठासीन अधिकारियों की सच्चाई का स्टिंग ऑपरेशन जो सत्ताधारी दल के लिए फर्जी मतदान का टारगेट पूरा कर रहे हैं. इनके बूथों पर तुरंत चुनाव रद्द किया जाए और इन्हें प्रथम दृष्टया ऑडियो सबूतों के आधार पर निलंबित किया जाए और फिर उचित न्यायिक कार्रवाई के बाद बर्खास्त भी.” सपा प्रमुख ने कहा कि हम उन सब ईमानदार और सच्चे अधिकारियों की प्रशंसा करते हैं, जिन्होंने भाजपा कार्यालय से दिये गये फर्जी मतदान के टारगेट को मानने से इंकार कर दिया है.
सपा सांसद ने लगाया अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप
इसी कड़ी में फैजाबाद के सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए अधिकारियों पर दबाव बना रही है. इसके लिए बीजेपी मतदाताओं को प्रभावित करना और धमकाना चाहती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले कुछ महीनों में खुद मिल्कीपुर का 10 बार दौरा किया और 16 मंत्रियों को तैनात किया लेकिन इससे मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ा और वे सपा का ही समर्थन कर रहे हैं.
मिल्कीपुर में क्यों हो रहा है उपचुनाव
मिल्कीपुर विधानसभा सीट साल 2022 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए अवधेश प्रसाद के साल 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट से चुने जाने के चलते खाली हो गया है. लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से बीजेपी हार गई थी. ऐसे में अयोध्या जिले की ही मिल्कीपुर विधानसभा का उपचुनाव बीजेपी के प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. इस सीट से बसपा ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारी है. जबकि कांग्रेस सपा का समर्थन कर रही है. वहीं, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने इस सीट से अपना उम्मीदवार उतारा है. हालांकि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी मिल्कीपुर के रूप में अयोध्या जिले की एकमात्र सीट हारी थी.