Milkipur By-Election: बीजेपी ने चंद्रभान पासवान को मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी ने यहां से अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने 2022 के चुनाव में बाबा गोरखनाथ को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया था. लेकिन उन्हें सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद से हार का सामना करना पड़ा था. गोरखनाथ को कुल 90567 वोट मिले थे, जबकि अवधेश प्रसाद को 103905 वोट मिले थे.
कौन हैं चंद्रभान पासवान?
बीजेपी उम्मीदवार चंद्रभान पासवान पासी समाज से आते हैं. वो दो बार रुदौली से दो बार जिला पंचायत सदस्य रहे हैं. चंद्रभान का पूरा परिवार साड़ी के परिवार से जुड़ा है. सूरत और रुदौली में साड़ी का बड़ा कारोबार है.
कब है मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव 5 फरवार को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को रिजल्ट आएगा. 17 जनवरी तक उम्मीदवार को अपना नामांकन दाखिल करना होगा. 20 जनवरी तक नामांकन वापस ले सकते हैं.
सपा और बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की सीट है मिल्कीपुर
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव बीजेपी और समाजवादी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है. दोनों पार्टियां यहां से जीत दर्ज करना चाहेगी. अयोध्या के इस सीट पर बीजेपी और सपा के बीच हमेशा से कांटे की टक्कर रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को अयोध्या फैजाबाद में करारी हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद मिल्कीपुर सीट काफी महत्वपूर्ण हो गई है.
बीजेपी को चंद्रभान पासवान को ही क्यों मैदान में उतारा?
मिल्कीपुर विधानसभा में करीब साढ़े तीन लाख वोटर हैं. जिसमें दलित वोटरों की संख्या करीब डेढ़ लाख के करीब है. उसमें भी पासी समाज के वोटरों की संख्या लगभग 55 हजार है. इस सीट पर मुस्लिम वोटर भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं.
यह भी पढ़ें: चिराग पासवान से पहले लोजपा कार्यालय पहुंचे नीतीश कुमार, दही-चूड़ा खाए बिना लौटे