Bareilly: भाजपा मिशन 2024 की तैयारियों में जुट गई है. यूपी नगर निकाय चुनाव में जीत को बैठक चल रही हैं. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी हर दिन किसी न किसी जिले में पार्टी की मजबूती को बैठक ले रहे हैं. इसके साथ पार्टी के अन्य नेता भी जुटे हैं. बसपा नेताओं और संगठन पदाधिकारियों ने गांवों में डेरा डाल दिया है. उनके लगातार कार्यक्रम चल रहे हैं. मगर, सपा करीब 9 महीने बाद भी प्रदेश और जिलों में नई कमेटियों का ऐलान नहीं कर पाई है.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले वर्ष एक जुलाई को संगठन भंग किया था.इसके बाद सदस्यता अभियान चलाया गया. सितंबर के अंतिम सप्ताह में सपा के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान किया गया था. मगर, प्रदेश, जिला और महानगर – नगर कमेटियों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है.
सपा की नई कमेटी का ऐलान अटका है.निवर्तमान कमेटियों को एक बार फिर रिन्यूअल की उम्मीद है, तो वहीं बाकी को संगठन में ताजपोशी की उम्मीद. जिससे चलते पार्टी कार्यालयों पर सन्नाटा है. पार्टी की तरफ से कोई कार्यक्रम भी नहीं चल रहा है.
सपा वर्ष 2012 विधानसभा चुनाव के बाद लगातार हार रही है. लोकसभा चुनाव 2014 में यूपी में सपा सिर्फ 5 सीट पर रह गई थी. 2017 के विधानसभा चुनाव में यूपी की सत्ता से बाहर हो गई. 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन के बाद सिर्फ 5 सीट जीत पाएं. हालांकि, उपचुनाव में दो हार चुके हैं. विधानसभा चुनाव 2022 में सरकार बनाने की काफी उम्मीद थी. मगर, संगठन से लेकर तमाम गलतियों के कारण सत्ता में नहीं पहुंच सके. इसके बाद भी कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है.
Also Read: Bareilly: बरेली से लखनऊ का सफर हुआ आसान, सिर्फ दो घंटे में तय होगी दूरी, एक मार्च से ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
यूपी में कांग्रेस ने 6 कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाए हैं. यह कार्यकारी अध्यक्ष बैठकें कर रहे हैं. इसके साथ ही भारत जोड़ो यात्रा के बाद हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा से कांग्रेस में दम पड़ा है. हालांकि, कांग्रेस की भी कमेटी भंग है, लेकिन पार्टी के कार्यक्रम आने के कारण लगातार जनता के बीच में हैं.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद बरेली