गाजियाबाद : नोएडा के चर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांडमामले में जेल में बंद डॉक्टर दंपती राजेश तलवारएवंनूपुर तलवार आज डासना जेल से बाहरआ गये. नौ साल पूर्वनोएडा के जलवायु विहार मेंतलवार दंपती की बेटी आरुषि व उनके घरेलू नौकर हेमराज का शवघर में रहस्यमय परिस्थिति में मिला था. सीबीआइ की विशेष अदालत ने इस मामले में तलवार दंपती को सजा सुनायी थी, जिसके खिलाफ उन्होंने हाइकाेर्ट में अपील की. इस अपीलपर सुनवाई करते हुए पिछले सप्ताह इलाहाबाद हाइकोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए दंपती को इस मामलेमें आरोप मुक्त कर दिया था.
जेल को अदालत की कॉपी मिलने के बाद आज राजेश और नूपुर तलवार तकरीबन चार साल सलाखों के पीछे बिताने के बाद डासना जेल से बाहर आए. तलवार दंपती डासना जेल में नवंबर 2013 से बंद थे. 16 मई 2008 को तलवारपरिवार के घर में आरुषि वहेमराज का शव मिला था. इस मामलेकी जांच की जिम्मेवारी सीबीआइ को सौंपी गयी.
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रचने का दोषी ठहराया था और आजीवनजेल कासजा सुनायी थी. इस मामलेकी सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति बीके नारायण एवं एके मिश्र ने सुनवाई करते हुए तलवार दंपती को जेल से रिहा करने का आदेश दिया.