नोएडा : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना में अपराधियों के बीच खौफ अपनी पैठ जमाने लगा है. इन पेशेवर अपराधियों को डर है कि पुलिस कहीं इनका एनकाउंटर न कर दे. इसलिए तख्तियों पर भविष्य में अपराध नहीं करने, परिश्रम कर जीवनयापन करने और माफ किये जाने की गुहार लगायी है. गुरुवार को कैराना की सड़कों पर उतर कर सार्वजनिक तौर पर ये अपराधी कैराना की जनता और प्रशासन से माफी की गुहार लगा रहे थे. जानकारी के मुताबिक, सलीम अली और इरशाद अहमद पर लूट और हत्या के कई मामले दर्ज हैं. इन दोनों पेशेवर अपराधी हाल ही में जमानत पर जेल से छूट कर बाहर आये हैं. शामली जिले में तैनात पुलिस कप्तान अजय पाल शर्मा ने पिछले छह माह में छह से ज्यादा अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया है.
जेल से जमानत पर बाहर आये पेशेवर अपराधियों इरशाद अहमद और सलीम अली को भी एनकाउंटर में मार गिराये जाने का खौफ है. इसी के मद्देनजर दोनों अपराधियों ने गुरुवार को तख्ती लेकर कैराना की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. इसके बाद दोनों अपराधी जिले के पुलिस कप्तान अजय पाल शर्मा के दफ्तर भी गये और उन्हें शपथ पत्र देकर भविष्य में अपराध नहीं करने का विश्वास दिलाया. उन्होंने तख्तियों पर लिखा कि, मैं भविष्य में अपराध नहीं करूंगा और न ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहूंगा. परिश्रम कर कमाउंगा. हमें माफ कर दें.
इस संबंध में कैराना थाना के प्रभारी बी सिंह ने बताया कि मोहम्मदपुर राई गांव निवासी दो सगे भाइयों इरशाद और सलीम के खिलाफ लूट और हत्या के नौ मामले दर्ज हैं. दोनों एक माह पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आये हैं. वहीं, एसपी ने बताया कि इरशाद और सलीम मुझसे मिले हैं. दोनों भाइयों ने भविष्य में अपराध नहीं करने और अपराध से दूर होकर शांतिपूर्ण जीवन बिताने की इच्छा जतायी है. यह अच्छी पहल है. साथ ही उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के लिए अपराधियों में पुलिस का डर जरूरी होता है.
मालूम हो कि कैराना में दिनदहाड़े रंगदारी मांगना, किसी को मौत के घाट उतारना, व्यापारियों से रंगदारी वसूलना जैसे अपराध आम बात थी. इस कारण यहां के कई व्यापारी पलायन कर गये. कैराना से लोगों का पलायन बड़ी संख्या में होना मीडिया की सुर्खियां भी बनीं. शामली जिले में अब अपराधियों के बीच पुलिस का खौफ दिखने लगा है.