नोएडा : उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते ने जाली नोट चलाने वाले गिरोह के पांच लोगों को कल रात को गिरफ्तार किया है. इन लोगों को पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आईएसआई बांग्लादेश के रास्ते जाली नोट मुहैया कराती है. गिरफ्तार आरोपियों में से दो आरोपी इससे पूर्व भी जाली नोट चलाने के आरोप में पकड़े जा चुके हैं.
नगर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि यूपी एटीएस को सूचना मिली कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुछ लोग जाली नोटों का कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर कल रात को सदरपुर कॉलोनी के पास से एटीएस ने मंटूउर्फ आविद, जाहिद आलम, शहनवाज अंसारी, असलम व वासिफ को गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि इनके पास से 2000, 500, 200 और 100 रुपये के करीब 13 हजार मूल्य के जाली नोट बरामद हुए हैं.
अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान एटीएस को पता चला है कि नोएडा में रहने वाला शाहिद नामक व्यक्ति इन्हें जाली नोट उपलब्ध कराता था. वह एक लाख के जाली नोट 40 हजार रुपये में इन्हें देता था. उन्होंने बताया कि पुलिस शाहिद की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है. वह फरार है. उन्होंने बताया कि जाली नोट चलाने के आरोप में पकड़े गये पांच बदमाशों में से दो मंटू व जाहिद इससे पहले भी जाली नोट के साथ पकड़े गये हैं. वर्ष 2015 में मंटू को यूपी एटीएस ने सात लाख रुपये मूल्य के जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया था, जबकि जाहिद को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक लाख मूल्य के जाली नोट के साथ पकड़ा था.
एसपी ने बताया कि यह एक संगठित गैंग है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को डावांडोल करने के उद्देश्य से भारत में जाली नोटों का कारोबार करता है.