मेरठ: बसपा के पूर्व सांसद हाजी शाहिद अखलाक के छोटे भाई की मीट प्रोसेसिंग कंपनी में गैस लीक होने से तीन मजदूरों की मौत हो गयी, जबकि एक मजदूर व दो कर्मचारी बाल-बाल बच गए. कंपनी के लोग शवों को एक निजी अस्पताल के बाहर फेंककर फरार हो गए. बाद में लोगों ने शवों को हापुड़ रोड पर रखकर जाम लगा दिया. पुलिस के अनुसार खरखौदा थाना क्षेत्र के हापुड़ रोड स्थित अल्लीपुर जिजमाना में पूर्व सांसद के भाई हाजी राशिद अखलाक की अल यासिर द्वितीय प्रोसेसिंग मीट कंपनी है, जहां मीट पैकेजिंग व मुर्गी दाना बनाया जाता है.
यहां लगे खून एकत्र होने वाले करीब 20 फुट गहरे इटीपी प्लांट की सफाई की जा रही थी. गुरुवार सुबह गुड्डू (18) पुत्र सुभाष, योगेंद्र (22) पुत्र भीमसैन, सतवीर पुत्र मसीहा निवासीगण बिजौली व गाजियाबाद के झंडापुर गांव निवासी अजय (26) पुत्र मुकेश सफाई कर रहे थे. सतवीर ने बताया कि टैंक के अंदर सीढ़ी से उतरा गुड्डू अचानक बेहोश होकर सिल्ट में जा धंसा. उसे बचाने के लिए योगेंद्र और फिर अजय गए तो वे भी बेहोश होकर गिर गए. मीट की तीव्र गैस के कारण तीनों की मौके पर ही मौत होगयी. उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे सतवीर और कंपनी के कर्मचारी रिफाकत व जलीफ को भी चक्कर आने लगे तो वह किसी तरह बाहर निकल गए.
सतवीर का आरोप है, कर्मचारियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और कई घंटे बाद प्लांट मैनेजर सलाउद्दीन और पलटू शवों को छोटा हाथी में डालकर एल-ब्लॉक शास्त्रीनगर स्थित जगदंबा अस्पताल में छोड़कर फरार हो गए. इसके बाद सतवीर ने किसी तरह गांव में सूचना दी तो सैकड़ों लोग एल-ब्लॉक चौकी पहुंचे और हापुड़ रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया. प्लांट मालिक ने मृतक आश्रितों को ढाई-ढाई लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही है. मौके पर एसपी देहात राजेश कुमार, एडीएम (ई) रामचंद्र, सीओ जितेंद्र सरगम आदि ने लोगों को समझाया-बुझाया. डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि मामले की जांच एडीएम (ई) और एसपी देहात को दी गयी है. जांच रिपोर्ट आने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
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