यूट्यूबर एल्विश यादव की बढ़ेगी मुश्किलें, FSL रिपोर्ट में मिला एक डिब्बी में 20 ML जहर, हो सकती है इतने साल की सजा
Elvish Yadav : बिग बॉस ओटीटी-2 विनर एल्विश यादव की रेव पार्टियों में सांपों की तस्करी से जुड़े मामले में परेशानी बढ़ सकती है. इस मामले में नोएडा पुलिस ने छापेमारी के दौरान बरामद हुए सांपों का जहर जांच के लिए जयपुर FSL भेजा था. अब इसकी रिपोर्ट सामने आ गई है.
Elvish Yadav: बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव लगातार विवादों में बने हुए हैं. नोएडा पुलिस ने पिछले साल यूट्यूबर एल्विश यादव समेत कई लोगों के खिलाफ रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई करने के मामले में केस दर्ज किया था. जिसमें 5 लोग गिरफ्तार हुए थे. एल्विश से भी पूछताछ हुई थी. नोएडा पुलिस ने सूचना के आधार पर रेव पार्टी में छापेमारी कर 9 जहरीले सांप और 20 मिलीमीटर जहर बरामद किया था. इनमें 5 कोबरा, 1 अजगर, 2-दो मुंहे सांप और एक रैट स्नेक था. बरामद सांप का मेडिकल परीक्षण वन विभाग से कराया गया तो यह सामने आया था कि सांप की विषग्रन्थि ही निकाली जा चुकी थी. फिर बरामद जहर का सैंपल जांच के लिए जयपुर एफएसएल भेजा था.
अब फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट सामने आ गई है. डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि एफएसएल की जांच रिपोर्ट आ गई है. टीम इसका अध्ययन कर रही है. एफएसएल रिपोर्ट को देखकर जांच आगे बढ़ाई जाएगी. यह पूरा प्रकरण पीपल फॉर एनिमल के 2 नवंबर 2023 को नोएडा के सेक्टर-51 में किए गए एक स्टिंग में सामने आया था. इस एनजीओ के गौरव ने पुलिस से शिकायत कर बताया था कि उनको यह सूचना मिली थी कि एल्विश यादव नाम का एक यूट्यूबर सांपों के साथ वीडियो शूट करवाता है. इसके साथ ही नोएडा और एनसीआर में गैरकानूनी रेव पार्टियां करवाता है. इसमें विदेशी युवतियों को भी बुलाया जाता है. नशीले पदार्थों व स्नैक वेनम का सेवन होता है. दावा है कि पीएफए के एक मुखबिर ने एल्विश यादव से संपर्क किया. इसके बाद नोएडा में रेव पार्टी और स्नैक वेनम का प्रबंध करने को कहा. इस पर उसने अपने एजेंट राहुल का नाम बताकर उसका नंबर दिया था.
एल्विश को इस कानून के तहत हो सकती है सजा
भारत सरकार ने वर्ष 1972 में भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम पारित किया. साल 2003 में इस कानून में संशोधन किया गया. अब इसका नाम भारतीय वन्य जीव संरक्षण संशोधित अधिनियम 2002 है. इस संशोधित अधिनियम में सांप समेत तमाम वन्यजीवों के शिकार या उत्पीड़न के मामलों में दंड और जुर्माना को अधिक कठोर किया गया है. दिसंबर 2022 में राज्यसभा ने वन्यजीव संरक्षण संशोधन विधेयक 2022 पारित किया. इसमें वन्यजीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों की सुरक्षा का प्रावधान किया गया है.
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 16(सी) के तहत सांपों को नुकसान पहुंचाने के मामले में एल्विश यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. इसके तहत 3 से 7 साल की जेल और 25 हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान है. आरोपी को अपनी बेगुनाही खुद साबित करनी होगी. ऐसे में जांच अधिकारी के सामने उन्हें पर्याप्त सबूत पेश करने होंगे, तभी वे कानूनी एक्शन से बच पाएंगे. एल्विश पर वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा-9,39, 48ए, 49, 50, 51 लगी है. जिला वन अधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस से संपर्क करके एफएसएल की रिपोर्ट ली जाएगी. इसका अध्ययन किया जाएगा. आगे जो भी कार्यवाही होगी की जाएगी.
जानें एल्विश मामले अब तक क्या हुआ
2 नवंबर को सेक्टर-51 के बैंक्यूवेट हॉल में एक स्टिंग पीपल फॉर ऐनिमल की ओर से किया गया.
3 नवंबर को 5 सपेरों सपेरों पकड़ा और 9 सांप बरामद किए गए. इसी दिन एफआईआर एल्विश यादव का नाम जोड़ा गया.
4 नवंबर को राजस्थान पुलिस ने एल्विश को पकड़ा और यूपी पुलिस से बातचीत के बाद छोड़ दिया गया.
5 नवंबर को कोतवाली सेक्टर-49 के थाना प्रभारी को इस केस में लापरवाही करने पर लाइन हाजिर किया गया और मामला थाना सेक्टर-20 में ट्रांसफर किया गया.
6 नवंबर को पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से रिमांड मांगी.
7 नवंबर को पुलिस ने एल्विश को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया.
8 नवंबर की तड़के एल्विश थाना सेक्टर-20 आया और उससे 45 मिनट तक पूछताछ की गई.
9 नवंबर को पुलिस ने एल्विश को दोबारा नोटिस भेजा लेकिन मेडिकल अन फिट बताकर वह नहीं आया.
10 नवंबर को पकड़े गए आरोपी राहुल से पूछताछ की गई 24 घंटे में कई राज पुलिस के सामने बताए। पहली बार फाजिलपुरियां का नाम सामने आया.
14 नवंबर को पुलिस राहुल के साथ फरीदाबाद गई और वहां से दो कोबरा रेस्क्यू किए. उसे एक रजिस्टर मिला, जिसमें पूरा लेखा जोखा था.
अब आएगी मामले में तेजी
इसके बाद से मामला ठंडा होता चला गया. पांचों आरोपियों को जमानत मिल गई और केस में पुलिस ने चार्ज शीट फाइल नहीं की. पुलिस ने बताया कि एफएसएल से जो रिपोर्ट आई है. उसका अध्ययन किया जा रहा है. इसके बाद केस को मजबूती मिलेगी.
अब तक इन सवालों के नहीं मिले जवाब
एफएसएल की रिपोर्ट में करैत सांप का जहर होना बताया गया है, आपको पता है ये किस स्तर का जहर है. इससे पैरालाइसेस और मौत भी हो सकती है.
किन-किन पार्टियों में इस तरह के खतरनाक सांप के जहर का प्रयोग किया गया.
राहुल के हिरासत के दौरान दिए गए बयानों के आधार पर एल्विश यादव से सवाल-जवाब हो सकते हैं, गौरतलब है कि एल्विश पर सांप की तस्करी और जहर बेचने के आरोप लग रहे हैं.
पीएफआई ने कई वीडियो और ऑडियो जारी किए जिसमें आप सांप को गले में दिख रहे है, ऑडियो में राहुल भी आपके नाम कर जिक्र कर रहा है इसे कैसे जस्टीफाई करेंगे?
दिल्ली, फरीदाबाद और नोएडा के फॉर्म हाउस में हुई पार्टी में आपका क्या रोल है. क्या ये जहर वहां भी यूज किया गया.
राहुल और आपके बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई, इसमें क्या आप राहुल को सांप और वेनम लाने के लिए कहते थे ये डील कितने में होती थी? और किन सांपों के जहर का प्रयोग किया गया.