Aligarh के चंडौस में राम बारात पर हमला के मामले में बड़ी कार्रवाई, 24 घंटे में हटाए सीओ गभाना सुमन कनौजिया
चंडौस इलाके में राम बारात पर पथराव और मारपीट का मामला सुर्खियों में है. इस इलाके की क्षेत्राधिकार गभाना सुमन कनौजिया को घटना के 24 घंटे बाद हटा दिया गया है. उनकी जगह राकेश सिसोदिया को क्षेत्राधिकार गभाना बनाया गया है.
अलीगढ़ : चंडौस इलाके में राम बारात पर पथराव और मारपीट का मामला सुर्खियों में रहा. वहीं इस इलाके की क्षेत्राधिकार गभाना सुमन कनौजिया को घटना के 24 घंटे बाद हटा दिया गया है. उनकी जगह राकेश सिसोदिया को क्षेत्राधिकार गभाना बनाया गया है . राकेश सिसोदिया अब तक कार्यवाहक प्रभारी एलआइयू का पद देख रहे थे. वही, सुमन कनौजिया को क्षेत्राधिकार अपराध के पद पर तैनात किया गया है, जो कि यह पद रिक्त चल रहा था. सुमन कनौजिया अब पुलिस अधीक्षक अपराध के पद के भी रूटिंग दायित्व का निर्वहन करेंगी, एसएसपी ने सभी को जनहित में पूर्ण मनोयोग से कार्य करने के आदेश दिए गए हैं. रविवार की शाम को चंडौस कस्बे में राम बारात पर पथराव और मारपीट से तनाव व्याप्त हो गया था. घटना को लेकर हिंदू वादियों में काफी रोष व्याप्त था. बताया जा रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में ही मस्जिद से असामाजिक तत्वों ने राम बारात पर हमला कर दिया. इस मामले में हमलावर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया गया. घटना के बाद से चंदौस इलाके में पुलिस फोर्स तैनात है.
राम बारात के गलत रुट पर जाने को लेकर हुआ था विवाद
हालांकि पुलिस प्रशासन की तरफ से ही बताया गया कि यह विवाद रूट को लेकर हुआ था . राम बारात गलत रुट पर जा रही थी.आखिर पुलिस और प्रशासन इसको लेकर के सतर्क क्यों नहीं थे. दोनों पक्षों के साथ बैठकर बातचीत क्यों नहीं की गई. अगर ऐसा होता तो शायद चडोज में राम बारात पर हुए विवाद से बचा जा सकता था. लोगों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है.
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क्षेत्राधिकारी गभाना से नाराज दिखे लोग
हिंदूवादियों के प्रदर्शन के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस के माध्यम से दो अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसमें एक रिपोर्ट यात्रा का मार्ग परिवर्तन करने पर पुलिस की ओर से कराई गई. इसी रिपोर्ट में रामलीला कमेटी के द्वारा 27 नाम जोड़े और 100 से अधिक अज्ञात द्वारा राम बारात पर हमला करने की तहरीर को शामिल किया गया. दूसरी रिपोर्ट घायल विष्णु शर्मा की ओर से कराई गई, हालांकि एसएसपी कला निधि नैथानी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में पथराव जैसी घटना प्रकाश में नहीं आई है. फिर भी जांच की जा रही है. इतना ही नहीं एसडीएम के द्वारा जो आदेश जारी किया था, उस निर्धारित रुट पर शोभा यात्रा नहीं निकल रही थी. इस पर एसडीएम गभाना केबी सिंह और क्षेत्राधिकार गभाना सुमन कनौजिया ने शोभायात्रा को रोका था. इसी दौरान दोनों समुदाय आमने-सामने आ गये. हालांकि घटना को लेकर क्षेत्राधिकार सुमन कनौजिया से लोग नाराज दिखे.
बुजुर्ग किसान से मारपीट मामले में कार्रवाई पर उठी उंगलियां
वही,गभाना के गांव पोथी में बुजुर्ग किसान को लेकर भी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही में देरी करने और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने का मामला तूल पकड़ा था.जिसमें निष्पक्ष कार्रवाई की मांग को लेकर किसानों ने हाईवे जाम कर दिया था. इसमें क्षेत्राधिकारी गभाना सुमन कनौजिया पर निष्पक्षता से काम नहीं करने का आरोप लगाया था. सुमन कनौजिया को हटाये जाने के पीछे इन घटनाओं को अनदेखा नहीं किया जा सकता.