गोरखपुर में अनोखा रक्षाबंधन देखने को मिला है जहां पर महिलाओं ने रक्षाबंधन पर्व पर भाइयों की कलाई पर नहीं बल्कि वृक्षों पर रक्षा सूत्र बांधकर वचन लिया है कि वृक्ष हमारी सदैव रक्षा करेंगे. यह अंगूठा प्रयास इंडियन ग्लोबल सोशल सर्विसेज समिति की तत्वाधान में किया गया. बहनों ने अनूठा प्रयास किया और जहां पर वृक्षों को लगाने के बाद उनकी देखभाल नहीं होती वहां वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधा गया है.
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गोविंद पांडे ने बताया की रक्षाबंधन का पुनीत पर्व 2 दिनों से मनाया जा रहा है. जिसका मुख्य उद्देश्य है कि बहनें जब भाई को रक्षा सूत्र बांधती है तो भाई को रक्षा का एक संकल्प लेना होता है और उसे एक रक्षा का आश्वासन भी लेना होता है. वृक्ष सदैव हम लोगों की रक्षा करते हैं हम लोग अगर जीवित है तो वृक्षों के कारण ही.
Also Read: PCS (J)-2022 Result :अब बेटा- बेटी संभालेंगे जज की कुर्सी, शैलजा-सुधांशु का बिना कोचिंग के पहले प्रयास में चयनआगरा के ईदगाह बस डिपो की बस संख्या यूपी 85 एजे 8529 के परिचालक रनवीर सिंह आगरा दिल्ली ग्वालियर बस पर तैनात है. भद्राकाल की वजह से रक्षाबंधन में राखी बांधने का मुहूर्त बुधवार शाम 9:00 बजे से शुरू हुआ और गुरुवार सुबह 7:00 बजे तक है. भाई रनवीर ने सोचा कि अगर वह बस के साथ दिल्ली निकल गए तो लौट कर आने में राखी बंधवाने का मुहूर्त निकल जाएगा. ऐसे में रनवीर ने अपनी बहन को बीच रास्ते में ही बुला लिया और बहन ने अपना धर्म निभाते हुए भाई को सड़क पर ही राखी बांधी. साथ ही भाई ने बहन को उपहार के रूप में कुछ पैसे भी दिए.
बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह अलीगढ़ में नगर क्षेत्र के घुड़ियाबाग स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय पहुंचे और छात्राओं से राखी बंधवाई.इस दौरान छात्राओं से राखी बंधवाई और बेसिक शिक्षा मंत्री ने बालिकाओं को उपहार में छात्राओं को मिठाई, चॉकलेट एवं स्कूल बैग दिया. आरओ वॉटर मशीन और व्हाइट बोर्ड विद्यालय को सौंपा. छात्राओं के साथ भोजन भी किया. मंत्री ने बच्चों के विषय ज्ञान के संबंध में विभिन्न प्रकार से प्रश्नोत्तरी भी की. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिक्षा को ऊंचाइयां प्रदान करने के लिए समय-समय पर समीक्षा करने के निर्देश देते हैं. कस्तूरबा गांधी विद्यालय में निःशुल्क रहन-सहन के साथ खान-पान और गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है. प्राथमिक विद्यालयों में पाठ्य पुस्तकों के साथ पठन-पाठन की सामग्री और स्कूल बैग, यूनिफॉर्म, जूता-मोजा के लिए डीबीटी के माध्यम से प्रति छात्र 1200 रुपया अभिभावकों के बैंक खातों में भेजा जा रहा है. इस अवसर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार, डबल एओ ज्ञानेंद्र कुमार, सुशील शर्मा सहित बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद रहे.