वाराणसी में होने वाली ‘वन वर्ल्ड टीवी समिट’ को लेकर तैयारी, आगरा के CMO ने टीबी रोग की दी जानकारी
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2025 तक भारत को टीवी रोग मुक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के साथ यह भी सुनिश्चित कर रही है कि ऐसी सुविधाएं दूरदराज इलाकों में भी उपलब्ध की जा सके.
आगरा. वाराणसी में 24 मार्च विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर ‘वन वर्ल्ड टीवी समिट’ का आयोजन किया जाएगा. इसकी जानकारी आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में 30 से अधिक देशों के 200 प्रतिनिधि शामिल होंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट को संबोधित करेंगे. इस वर्ष विश्व क्षय रोग दिवस की थीम ‘यश वी कैन एंड टीवी वर्ल्ड टीबी डे 2023’ रखी गई है. वहीं उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2025 तक भारत को टीवी रोग मुक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के साथ यह भी सुनिश्चित कर रही है कि ऐसी सुविधाएं दूरदराज इलाकों में भी उपलब्ध की जा सके.
चलाया गया अभियान
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव के अनुसार इस बार 20 फरवरी 2023 से 5 मार्च 2023 तक एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया गया. जिसमें आगरा में करीब 54 लाख की जनसंख्या की 20% चयनित आबादी पर कार्य किया गया. यह अभियान स्लम, घनी आबादी वाले क्षेत्र, मलिन बस्तियां, वृद्ध आश्रम, शू फैक्ट्री, नवोदय विद्यालय, बाल संरक्षण गृह, केंद्रीय व जिला कारागार, नारी निकेतन तथा अन्य जगह को चिन्हित करते हुए चलाए गया. जिसमें करीब 3968 संभावित क्षय रोगियों की जांच की गई और 325 ऐसे क्षय रोगी मिले जिन्हें पता ही नहीं था कि वे टीवी से ग्रसित हैं.
Also Read: आगरा की सड़कों पर दिखे साक्षात यमराज, चौराहों पर लोग देखकर चौके, पढ़ाया ट्रैफिक रूल्स का पाठ
यूपी में नि:क्षय मित्र योजना को भी लागू किया गया
आगरा के क्षय रोग अधिकारी डॉ सी एल यादव ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम में 34 सुपरवाइजर के नेतृत्व में 373 टीम बनाई गई थी. 1119 आशा, आंगनवाड़ी, एएनएम और अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा कार्य किया गया. वहीं आगरा में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 26 टीवी यूनिट कार्यरत हैं. प्रत्येक एक लाख की जनसंख्या पर बलगम की जांच के लिए एक माइक्रोस्कॉपी केंद्र स्थापित है. और 800 से अधिक डॉट सेंटर है. वही 4 सीबी नॉट मशीनें जिला चिकित्सालय, एनआरएल जालमा चिकित्सालय में क्रियाशील है. उन्होंने आगे कहा कि आगरा में इस साल 4863 क्षय रोगी पब्लिक एवं प्राइवेट क्षेत्र से नि:क्षय पोर्टल पर पंजीकृत हैं. इन सभी का लगातार इलाज किया जा रहा है. यूपी में नि:क्षय मित्र योजना को भी लागू किया गया है. जिसमें जनभागीदारी के अंतर्गत क्षय रोग से ग्रसित मरीजों को गोद लेकर उनकी सहायता कर रोगमुक्त होने में मदद मिलती है.