UP Board Result 2023: यूपी बोर्ड का परीक्षा परिणाम जारी हो गया है. ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ जेल में अपने जुर्म की सजा काट रहे बंदियों ने भी हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा पास की है. आगरा जिला जेल के पांच ऐसे बंदी जो गंभीर धाराओं में निरुद्ध हैं. उन्होंने दिन-रात मेहनत कर अपने भविष्य को एक अच्छी दिशा देने के लिए शिक्षा का रास्ता अख्तियार किया है. उसमे सफलता प्राप्त करते हुए परीक्षा को अच्छे नंबरों से पास किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार आगरा की जिला जेल में निरुद्ध 5 कैदी सूरज पुत्र काशीराम और सुमित पुत्र मुकेश कुमार ने हाईस्कूल की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर परीक्षा को पास किया है. इसी के साथ 12वीं की परीक्षा में दानिश खान, मनीष शर्मा और सौरव ने भी सफलता प्राप्त की है.
आपको बता दें कि यह सभी पांचों बंदी गंभीर धाराओं में जेल में अपनी सजा काट रहे हैं. इस दौरान उन्होंने यहीं से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने का मन बनाया. इसके बाद पढ़ाई के लिए इन्हें संसाधन प्रदान किए गए और जुर्म के रास्ते को छोड़कर इन पांचों बंदियों ने शिक्षा के रास्ते पर चलते हुए आज यह सफलता प्राप्त की है.
जिला जेल के सुपरिटेंडेंट पीडी सलोनिया ने बताया कि सूरज पुत्र काशीराम 4 अप्रैल 2021 को पोक्सो एक्ट में जेल आया था और उसने हाईस्कूल की परीक्षा में 62.33% अंक प्राप्त किए हैं. वहीं सुमित पुत्र मुकेश कुमार 4 अक्टूबर 2019 को पोक्सो एक्ट में जेल में आया था और उसने हाईस्कूल की परीक्षा में 67.66% अंक प्राप्त किए हैं.
पीडी सलोनिया ने बताया कि जिला जेल से तीन और छात्र 12वीं की परीक्षा में पास हुए हैं. अतीक खान पुत्र अब्दुल सलाम 25 सितंबर 2021 को पॉक्सो एक्ट में जेल आया था. इसने इस वर्ष 12वीं की परीक्षा दी और इसमें सफलता प्राप्त करते हुए 52.6% अंक प्राप्त किए हैं. दूसरा बंदी मनीष शर्मा पुत्र मुकेश शर्मा 13 जून को गैंगस्टर एक्ट में जेल में आया था जो कि 21 अक्टूबर 2022 को रिहा हो गया. उसने जेल में रहकर पढ़ाई की और परीक्षा दी और 12वीं पास की जिसमें उसे 53.8% अंक प्राप्त हुए हैं.
साथ ही तीसरा बंदी सौरव पुत्र मनोज कुमार 1 मार्च 2020 को गंभीर धाराओं में जेल में आया था जो कि 2 सितंबर 2021 को रिहा हो गया. इसे 12वीं की परीक्षा में कुल 54% अंक प्राप्त हुए हैं. जिला जेल के सुपरिटेंडेंट पीडी सलोनिया ने बताया कि गलत काम करने के बाद व्यक्ति यहां पर बंदी बनकर आता है. लेकिन यहां रहने के बाद उसका हृदय परिवर्तन भी हो जाता है.
ऐसे में इन 5 बंदियों के साथ भी यही हुआ. इन लोगों ने पढ़ाई की इच्छा जताई जिसके बाद जिला जेल द्वारा इन्हें जरूरी सामग्री प्रदान की गई और मेहनत और लगन से पढ़ाई कर इन लोगों ने सफलता प्राप्त की है. जिससे अब यह लोग एक उज्जवल भविष्य की शुरुआत कर सकते हैं. वहीं उन्होंने बताया कि इन सभी बंदियों का परीक्षा सेंटर फिरोजाबाद जिला जेल में पड़ा था जहां इन्होंने परीक्षा दी.
रिपोर्ट- राघवेंद्र, आगरा