महिला आरक्षण से ज्यादा जरूरी औरतों की आबरू की हिफाजत करना , मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष की सलाह

संसद में महिलाओं के आरक्षण को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा है कि हम महिला आरक्षण की मुखालफत नहीं करते हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि इसमें सभी तबकों का आरक्षण होना चाहिए

By Upcontributor | September 27, 2023 9:51 PM

अलीगढ़ . संसद में महिलाओं के आरक्षण को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा है कि हम महिला आरक्षण की मुखालफत नहीं करते हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि इसमें सभी तबकों का आरक्षण होना चाहिए. जिसमें दलित, मुसलमान को भी शामिल किया जाएं. वरना सिर्फ एक ही तबके की महिलाएं मेन स्ट्रीम राजनीति में आ पायेगीं. दूसरे तबके की महिलाएं इसमें शामिल नहीं हो पाएंगी. उन्होंने कहा कि इंसाफ के साथ यह कानून लागू होना चाहिए.

आरक्षण से ज्यादा अहम महिलाओं की सुरक्षा करना

उन्होंने कहा कि आरक्षण से ज्यादा अहम है औरतों की इज्जत आबरू की हिफाजत करना. उनकी सुरक्षा आरक्षण से ज्यादा अहम है. महिलाओं को आरक्षण दे दिया है. लेकिन वह बेचारी अपने ऑफिस जाते हुए खतरा महसूस कर रही है. खौफ महसूस कर रही है, तो इस रिजर्वेशन का उनको क्या फायदा होगा. हांलाकि उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण की मुखालफत नहीं करते हैं. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में थियोलॉजी विभाग के कार्यक्रम में भाग लेने आए थे.

भाजपा सांसद ने देश की रवायत को जलील किया है

वहीं बसपा सांसद दानिश अली के साथ संसद में हुई हरकत को लेकर उन्होंने कहा कि यह बहुत ही बेहूदा हरकत है. भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी ने अपने एक साथी का सिर्फ अपमान नहीं किया है बल्कि इस मुल्क के कानून, दस्तूर और रवायत को जलील किया है और पूरी दुनिया में इस वाकये से हिंदुस्तान का अपमान हुआ है. इसलिए सरकार को चाहिए कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को पद से हटाया जाएं. भाजपा ने संसद में असभ्यता दिखाने वाले कई सांसदों को निलंबित किया है. रमेश बिधूड़ी को भी शख्त सजा मिलनी चाहिए.

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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के संस्थापक सदस्यों में से एक है रहमानी

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष राबे हसन नदवी के निधन के बाद पद खाली चल रहा था वहीं , जून में ही सर्वसम्मति से मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी को नया अध्यक्ष बनाया गया. मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी देश के एक प्रतिष्ठित न्यायविद, कई न्याय शास्त्र पुस्तकों के लेखक और शरिया विज्ञान के शोधकर्ता है. वह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के संस्थापक सदस्यों में से एक है . मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष बनने से पहले वह बोर्ड के महासचिव भी रहे हैं. रहमानी कई मदरसों और संगठनों के संरक्षक भी है. रहमानी ने 50 से ज्यादा किताबें लिखी हैं.

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