UP News: छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही ईडी के छापे में लाखों रुपये नकद और विदेशी मुद्रा मिली है. ईडी ने छह जिलों में 22 स्थानों पर छापेमारी करके लगभग 37 लाख रुपये नकद और 956 डॉलर बरामद किये हैं. बताया जा रहा है कि घोटाले के लिये तीन हजार फर्जी खाते खोले गये और लगभग 75 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया. इनमें से अधिकतर खाते ग्रामीण लोगों के थे और उन्हें एक रुपया भी नहीं दिया गया.
छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी को रवि प्रकाश गुप्ता सहित कई लोगों की संलिप्तता का पता चला है. खासतौर से फिनो पेमेंट बैंक के एजेंट मो. साहिल अजीज, जितेंद्र सिंह, अमित कुमार मौर्य, तनवीर अहमद की मिलीभगत पायी गयी. घोटाले के लिये फिनो बैंक की लखनऊ और मुंबई शाखाओं में खाते खोले गये थे. इन खातों में छात्रवृत्ति की राशि के इलेक्ट्रॉनिक और नकद निकासी की जानकारी ईडी को मिली है.
बताया जा रहा है कि शिक्षण संस्थानों ने 7 से 12 वर्ष की आयु, 45 साल और उससे अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के बैंक खातों का घोटाले में इस्तेमाल किया. संस्थानों ने अधिकतर ग्रामीण लोगों के दस्तावेजों से खाते खोले. लेकिन इन्हें आज तक एक भी रुपया नहीं मिला है. घोटालेबाजों ने हर तरह की छात्रवृत्ति लेकर सरकार को चूना लगाया.
केंद्र व राज्य सरकार अनुसूचित जाति-जनजाति, दिव्यांग, अल्पसंख्यक, और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिये छात्रवृत्ति देती है. इन संस्थानों ने इसके लिये अपात्रों के नाम पर अवैध रूप से छात्रवृत्ति उठायी. साथ ही दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिये पूरी रणनीति बनाकर काम किया.
डॉ. ओमप्रकाश गुप्ता इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी फर्रुखाबाद, एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर लखनऊ, डॉ. भीमराव आंबेडकर फाउंडेशन एंड जीविका कॉलेज ऑफ फार्मेसी हरदोई, हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी लखनऊ, लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एजुकेशन, आरपी इंटर कॉलेज भताई हरदोई, ज्ञानवती इंटर कॉलेज तरवा माधोगंज हरदोई, जगदीश वर्मा उच्च माध्यमिक विद्यालय गौशगंज कचौना हरदोई में ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले की जांच की. हाइजिया समूह के कॉलेज का नियंत्रण और प्रंबधन आईएच जाफरी करते हैं. ओपी गुप्ता इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट का शिवम गुप्ता, एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर का प्रवीण कुमार चौहान, जीविका समूह का संचालन राम गुप्ता करते हैं.