बरेली: नए कप्तान ने कोतवाली इंस्पेक्टर का किया ट्रांसफर, जोगी नवादा में कर्फ्यू जैसे हालात, जानें पूरा मामला
बरेली के जोगी नवादा में बवाल के बाद कर्फ्यू जैसे हालात हैं. यहां आरएएफ से लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. नए एसएसपी ने चार्ज लेने के बाद अफसरों के साथ रात भर दंगे से शहर को बचाने के लिए मंथन किया.
Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा में बवाल के बाद कर्फ्यू जैसे हालात हैं. यहां आरएएफ से लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. इसके साथ ही प्रशासन और पुलिस अफसर भी निगाह रखे हैं. मगर, बरेली के नए एसएसपी सुशील चंद्रभान ने चार्ज लेने के बाद नफरत मिटाने का कार्य करने की बात कही है. उन्होंने अफसरों के साथ रात भर बरेली को दंगे से बचाने के साथ ही शहर को शांत करने के लिए मंथन किया.
खुफिया टीमों से भी हालात का जायजा लिया. कप्तान ने जायजा लेने के बाद करीब रात 2.15 बजे बरेली कोतवाली के इंस्पेक्टर हिमांशु निगम को बारादरी थाने की कमान सौंपी है. इसके साथ ही धर्मेंद्र सिंह को कोतवाली भेजा गया है. इंस्पेक्टर बारादरी अभिषेक सिंह और चौकी प्रभारी अमित कुमार को एक दिन पहले सोमवार को सस्पेंड किया गया था. हालांकि, अभी जोगी नवादा चौकी पर किसी को नहीं भेजा गया है.
पीस कमेटी की बैठकों पर फोकस
नए कप्तान सुशील चंद्रभान ने पीस कमेटी की बैठक पर फोकस करने की बात कही है. उनका कहना है कि माहौल को बेहतर बनाने के लिए धर्म समभाव और आपसी समन्वय काफी जरूरी है. इसके साथ ही जनसुनवाई को भी थानों से लेकर एसएससी ऑफिस तक बेहतर बनाने की बात कही. नए एसएसपी वर्ष 2012 बैच के आईपीएस अफसर हैं. वह मूल रूप से महाराष्ट्र अहमदनगर के हैं. इससे पहले एसपी सीतापुर थे, तो वहीं मऊ, हाथरस और कासगंज में एसपी रह चुके हैं.
फायरिंग करने वाले खुराफातियों की शिनाख्त, जल्द सलाखों के पीछे
कावड़ जुलूस के दौरान पुलिस अफसरों की कोशिश है कि बवाल शांत हो जाए. मगर, कुछ खुराफाती माहौल को तनावपूर्ण बनाए हुए हैं. रविवार को भी जुलूस के दौरान अचानक फायरिंग कर दी थी. यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. मगर, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से फायरिंग करने वाले खुराफातियों की पहचान हो गई है. इसमें बारादरी थाना क्षेत्र के चक महमूद का एक युवक है. इस पर पहले से भी मुकदमे हैं. इसके साथ ही कुछ अन्य लोग भी हैं. इनकी गिरफ्तारी के लिए कोशिश चल रही है.
अब दोनों समुदाय चाहते हैं शांति
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा में करीब 10 दिन से तनाव है. पुलिस के मुताबिक कांवड़िए एक नए रास्ते से निकलना चाहते हैं. इसके साथ ही इनमें से कुछ लोग दंगा कराने की कोशिश में है. खुफिया विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अगर, यह जुलूस आगे जाता तो जुलूस में शामिल कुछ लोग बवाल कराने की तैयारी में थे. उनके पास अवैध असलहे थे. मगर, अब बवाल होने के बाद दोनों पक्षों के शांति पसंद लोग शांति चाहते हैं. उनका कहना है कि मुकदमे और झगड़ों में फंस कर रोजी-रोटी प्रभावित होती है. इसका समाधान निकलना चाहिए.
टूटी सड़कों को निर्माण कार्य शुरू
जोगी नवादा में कई सड़क टूटी हुई हैं. इसके साथ ही कावड़ियों के निकलने वाले रूट भी बदहाल हैं. इनका मंगलवार सुबह से निर्माण कार्य शुरू हो गया है. जिससे किसी को दिक्कत ना हो सके. इसके साथ ही कावड़ यात्रियों के अनुरूप के भी गड्ढे भरने के लिए कब आए शुरू हो गई है. बरेली के बदायूं रोड पर सबसे अधिक गड्ढे हैं. इनका भी चिंहिकारण किया जा रहा है. इसके अलावा बारिश के चलते भी कई जगह गड्ढे हो गए हैं. इन गड्ढों को भी भरने के निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों ने दिए हैं. इसके साथ ही लापरवाही बरतने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई वाही की चेतावनी दी गई है.
पांचवें सोमवार को लेकर फिक्रमंद अफसर
अब बरेली के प्रशासन और पुलिस अफसर पांचवे सोमवार को लेकर काफी फिक्रमंद हैं. पांचवा सोमवार शांतिपूर्वक निकल जाए. इसके लिए कोशिश की जा रही है. बरेली के तनावग्रस्त इलाकों पर खास फोकस है. आंवला सर्किल के थानों में भी काफी तनाव है. इसके साथ ही यहां के सीओ और इंस्पेक्टर से हिंदू संगठन के लोग खफा हैं. जिसके चलते पिछले दोनों सीओ ऑफिस में एक हिंदू संगठन ने धरना देकर विरोध किया था.
इसके साथ ही सोमवार देर रात शीशगढ़ थाने में भी कावड़ियों के परिजनों से एक समुदाय के लोगों की कहासुनी हो गई. इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज कराई गई थी. सावन के अभी पांच सोमवार बचे हैं. सोमवार को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए कोशिश लगातार चल रही है. मगर, खुरफाती बरेली को दंगे की आग में झोंकने की कोशिश में लगे हैं.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली