आगरा. सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते मंगलवार को आगरा शहर भर में कूड़ा नहीं उठाया गया. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सोमवार को पार्षद ऋषभ गुप्ता पर कर्मचारी के साथ मारपीट और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप है.इसके विरोध में मंगलवार को सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया था. सुबह सभी सफाई कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति तो दर्ज कराई लेकिन कूड़ा उठान नहीं किया.
सोमवार को नगर निगम में आंदोलन के लिए झिल्लोराम बाल्मीकि की अध्यक्षता में नगर निगम कर्मचारी संघर्ष समिति का गठन किया गया था.इसके बाद निर्णय लिया गया कि मंगलवार से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. नगर निगम कर्मचारी संघ के विनोद इलाहाबादी ने बताया कि वार्ड 86 के पार्षद ऋषभ गुप्ता और उनके साथियों ने विकास दीप के साथ और एसएन मेडिकल कॉलेज में अनिल मिश्रा ने पिंकी डागौर के साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया है.जब तक संबंधित पार्षद सफाई कर्मचारियों से माफी नहीं मांगेंगे तब तक हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.
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बता दें नगर निगम क्षेत्र में हर दिन 1000 मीट्रिक टन कूड़ा कचरा निकलता है. घरों से कूड़ा लेने की जिम्मेदारी स्वच्छता कॉरपोरेशन और लायन सर्विसेज की है. डलाबघरों और डस्टबिन से कचरा उठाने का काम नगर निगम का है. हड़ताल के कारण 1000 एमटी कचरा शहर से कुबेरपुर लैंडफिल साइट नहीं जा पा रहा है.सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है. मानसून के मौसम में कचरा के ढेर के कारण इलाकों में काफी बदबू उत्पन्न हो रही है. लोगों का जीना मुश्किल हो सकता है.
सुबह-सुबह जब लोग अपने घर से निकले तो रोजाना आमतौर पर साफ दिखने वाली सड़क उन्हें गंदी दिखाई दी और सड़कों पर चारों तरफ कूड़ा बिखरा हुआ था.आगरा की ट्रांस यमुना क्षेत्र की रहने वाली संगीता ने बताया कि सुबह जब घर से बाहर कूड़ा डालने के लिए पहुंचे तो रात का कूड़ा सड़क पर ही जमा था. ऐसे में जब लोगों से पूछा गया तो बताया कि आज सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है जिसकी वजह से कूड़े का उठान नहीं किया गया है.घर में तमाम कूड़ा जमा हो गया है अगर नगर निगम की गाड़ी नहीं आएगी तो यह कूड़ा कहां जाएगा.