UP News: बलिया में झोलाछाप डॉक्टरों के फलते फूलते दुकानों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है. बलिया जिला स्थित चितबड़ागांव में शांति डायग्नोस्टिक सेंटर समेत दो अवैध रूप से संचालित अस्पताल डॉ पिंट्टू आनंद और डॉ अखिलेश सिंह पर गाज गिर सकती है. जिला नोडल अधिकारी डॉ योगेंद्र दास द्वारा अपने टीम के साथ बीते दो दिन पहले चितबड़ागांव में अवैध रूप से संचालित कई जांच सेंटर व अस्पतालों में छापेमारी की गई थी, जिसमें शांति डायग्नोस्टिक सेंटर समेत दो अवैध रूप से संचालित अस्पताल डॉ पिंट्टू आनंद और डॉ अखिलेश सिंह के यहां पर कई खामिया मिली है. मेडिकल विभाग टीम की शुरुआती जांच में बिना डिग्री और लाइसेंस की अस्पताल चलाने की बात सामने आई है.
तीनों संचालकों पर चलेगी विभागीय कार्रवाई
जानकारी के अनुसार मेडिकल विभाग की टीम द्वारा दस्तावेज जमा करने की तय समय सीमा के बाद भी संचालकों द्वारा किसी भी प्रकार के दस्तावेज अब तक प्रस्तुत नहीं किए गए है, जिसके बाद विभाग ने शांति डायग्नोस्टिक सेंटर समेत दो अस्पताल सीज करने की तैयारी में है. जिला नोडल अधिकारी डॉ योगेंद्र दास ने बताया कि जल्द ही ये तीनों डायग्नोस्टिक सेंटर समेत दो अस्पताल को बंद करवा दिए जाएंगे, इसके साथ ही तीनों संचालकों पर विभागीय कार्रवाई भी चलेगी. दरअसल शिकायतें मिली थी कि क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन से अधिक अस्पताल बिना डिग्री लिए डॉक्टर संचालिक कर रहे है, इसके साथ ही कई जांच सेंटर भी फर्जी तरीके से संचालिक की जा रही है.
वायरल वीडियो की जांच में जुटी टीम
बता दें कि विभाग को एक वीडियो भी हाथ लगी है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. बताया जा रहा है कि वीडियो में डॉ पिंट्टू आनंद शराब पीते नजर आ रहे है. शिकायत मिली थी कि डॉ पिंट्टू आनंद हमेशा शराब के नशे में लोगों के जान के साथ खिलवाड़ करते है. वीडियो में डॉ पिंट्टू आनंद के साथ एक और व्यक्ति दिखाई दे रहा है. डॉ पिंट्टू आनंद एक युवक के साथ शराब पीते हुए नजर आ रहे है. मेडिकल विभाग द्वारा इस वीडियो की जांच करते हुए डॉ पिंट्टू आनंद पर बड़ी कर्रवाई कर सकती है.