लखनऊ. कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा के वासी और बांके बिहारी के भक्त अपना दूसरा मेयर चुनने को मतदान कर रहे हैं. पहले मेयर मेयर भाजपा के मुकेश आर्य बंधु बने. इस बार मथुरा वृंदावन नगर निगम सीट पर सामान्य वर्ग से मेयर चुने जाएंगे. नगरनिगम मथुरा-वृंदावन में मेयर पद के लिए 8 उम्मीदवार हैं. भाजपा से विनोद अग्रवाल, कांग्रेस समर्थित राजकुमार रावत, बसपा से राजा मोहतसिम अहमद, सपा से तुलसीराम शर्मा, आम आदमी पार्टी से प्रवीन भारद्वाज, कांग्रेस के सिंबल हाथ के पंजे पर चुनाव लड़ रहे श्यामसुंदर उपाध्याय बिट्टू, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से बबीता चुनाव मैदान में हैं.
मथुरा वृंदावन की जनता भले ही मेयर और पार्षद के लिए वोटर कर शहर की सरकार चुन रही है लेकिन इस चुनाव की धमक दूर तक सुनाई देगी. 2017 में अस्तित्व में आए मथुरा वृंदावन नगर निगम में पहली बार सामान्य वर्ग के खाते में यह सीट गयी है. 51 गांव को मिलाकर बने इस नगर निगम में करीब 7 लाख 72 हजार 942 वोटर हैं. इसमें 3 लाख 30 हजार 140 महिला और 3 लाख 91 हजार 802 पुरुष हैं. ये वोटर न 181 मतदान केंद्र के 666 मतदेय स्थल पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
मथुरा वृंदावन नगर निगम का मेयर पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था. यहां से कुल आठ उम्मीदवार थे. 6,20,332 मतदाताओं में से 2,94,260 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. 40.18 फीसदी वोट पड़े. विजेता प्रत्याशी भाजपा के मुकेश को 16.61 फीसदी वोट मिले. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वंदी बसपा के मुकेश सिंह को 13.16 फीसदी मत मिले.
मुकेश (भारतीय जनता पार्टी ) 103046
मोहन सिंह (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) 80938
गोवर्धन सिंह (बहुजन समाज पार्टी )32655
श्याम मुरारी (समाजवादी पार्टी ) 11139
प्रमोद (निर्दलीय) 6374
गनेश कुमार (आम आदमी पार्टी) 5895
(स्रोत: राज्य निर्वाचन आयोग)