BHU विवाद : रैली में शामिल होने आए राज बब्बर समेत कई कांग्रेसी नेता हिरासत में, योगी ने दिया जांच का आदेश
वाराणसी : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शनिवार की देर रात लड़कियों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध रैली में शामिल होने पहुंचे उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर को हिरासत में ले लिया गया है. राज बब्बर के साथ कई कांग्रेसी नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिये गये नेताओं में […]
वाराणसी : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शनिवार की देर रात लड़कियों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध रैली में शामिल होने पहुंचे उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर को हिरासत में ले लिया गया है. राज बब्बर के साथ कई कांग्रेसी नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिये गये नेताओं में पीएल पुनिया और पूर्व विधायक अजय राय सहित करीब 30 अन्य लोग शामिल हैं.
राज बब्बर सहित बाकी नेताओं के हिरासत में लिये जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने हंगामा शुरू कर दिया. कैंपस के बाहर रैली स्थल से सरकार के विरोध में नारे लगाये गये. अदर्ली बाजार में करीब आधे घंटे तक हंगामे की स्थिति रही. पुलिस इन्हें बीएचयू जाने से रोक रही थी तो ये सभी धरने पर बैठ गये थे. ये सभी बीएचयू सर्वदलीय मार्च में शामिल होने के लिए जा रहे थे.
बीएचयू में तनाव के कारण वाराणसी के सभी काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय सहित सभी डिग्री कॉलेजों को दशहरा तक बंद कर दिया गया है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीएचयू के घटनाक्रम की जांच के आदेश दे दिये हैं. वाराणसी के कमिश्नर से इस मामले की रिपोर्ट देने को कहा गया है. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय छात्र संघ (बीएचयूएसयू) के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश ने कहा कि बीएचयू परिसर में छात्राओं पर हुई बर्बर पुलिसिया कार्रवाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की सभी छात्राओं से माफी मांगनी चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को विश्वविद्यालय के विजिटर की हैसियत से पूरे मामले की जांच के लिए समिति का गठन करना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. प्रकाश ने बीएचयू में हुए बवाल पर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार छात्र-छात्राओं पर लगातार बर्बर आक्रमण कर रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब छात्राएं अपनी शिकायतों को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं, उस वक्त मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मौजूद थे और शहर से उनके जाते ही छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया गया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को देश की सभी छात्राओं से माफी मांगनी चाहिए. प्रकाश ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग को भी अपनी एक टीम बीएचयू भेजनी चाहिए ताकि इस बात का पता चल सके कि किन हालात में छात्राओं पर बर्बर और दमनकारी पुलिसिया कार्रवाई की गयी. बीएचयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और जवाहरलाल नेहरु विश्विवद्यालय (जेएनयू) के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. आनंद कुमार ने 2012 में दिल्ली में हुए बहुचर्चित निर्भया कांड से इस मामले की तुलना करते हुए कहा कि विश्विद्यालय स्तर पर छात्राओं के साथ इससे ज्यादा दुर्व्यवहार कभी नहीं हुआ.
कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति को विजिटर के तौर पर मामले की जांच करानी चाहिए. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भी अपने स्तर से पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कडी कार्वाई करनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग को अपनी टीम भेजकर मामले की छानबीन करानी चाहिए. बीएचयूएसयू के अध्यक्ष रह चुके हरिकेश बहादुर ने विश्विवद्यालय में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग की ताकि छात्र-छात्राओं की समस्याएं दूर करने में छात्रसंघ मददगार साबित हो सकें.