वाराणसी : बीएचयू प्रशासन छेड़खानी के मामले को लेकर बवाल से सबक लेते हुए कैंपस की सुरक्षाव्यवस्थामें अब बड़े बदलाव की तैयारी में जुटगयीहै. बीएचयू प्रशासनद्वारा कैंपस परिसर में शीघ्र ही रीयल टाइम मोनिटरिंग सीसीटीवी सर्विलेंस के साथ-साथ कंट्रोल सेंटर स्थापित करने की दिशा में तैयारीकीजा रही है. यह सिस्टम परिसर में आने-जाने वालों पर पैनी नजर रखेगा. इसका नियंत्रण कंट्रोल कमांड सेंटर से चैबीस घंटे किया जायेगा. इस सिस्टम के जरिये कई तरह के साॅफ्टवेयर का इस्तेमाल होगा. इतना ही नहीं किसी स्थान पर अचानक जरूरत से ज्यादा भीड़ बढ़ने पर यह सिस्टम स्वतः नियंत्रण कक्ष को सूचना देगा.
साथ ही यदि संदिग्ध व अराजक तत्वों की खोज करनी हो तो उसका फोटो व डेटाबेस साफ्टवेयर में डाल दियेजानेकी स्थितिमें अमुक व्यक्ति के कैमरे के सामने आते ही साफ्टवेयर तत्काल सूचना कंट्रोल कमांड सेंटर को देगा. जिससेवह व्यक्ति आसानी से पकड़ा जा सकेगा. यह सिस्टम परिसर के किसी भी द्वार से गुजरने वाले व्यक्ति का चेहरा व वाहन का नंबर प्लेट स्पष्ट रूप से कैप्चर कर लेगा. कंट्रोल कमांड सिस्टम के जरिये फोकस व डायरेक्शन बदल कर दूर तक भी स्पष्ट जानकारी रख सकते है. इससे भागते हुए व्यक्ति को भी कैमरे से जूम कर ट्रेस किया जा सकेगा. यह प्रणाली शीघ्र स्थापितकीजायेगी.
इतना ही नहीं बीएचयू परिसर के प्रमुख मार्गोंव स्थानों पर एलइडी लाइटें लगा दी गयी है. इसके अलावा गर्ल्स हाॅस्टल व प्रमुख मार्गों पर भी पुरानी लाइटों को एलइडी से रिप्लेश कर दिया गया है. साथ ही परिसर के सभी गेटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे है. सभी महिला छात्रावासों और अन्य प्रमुख स्थानों को भी सीसीटीवी नेटवर्क से जोड़ा जायेगा. इसी कड़ी में हालही में त्रिवेणी हॉस्टल के मेन गेट पर सीसीटीवी कैमरा लगवाकर इसकी शुरुआत कर दी गयीहै. गर्ल्स हॉस्टलों में महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती भी जल्द से जल्द कियेजाने कीसूचना है.
बता दें कि छात्राओं की प्रमुख मांग सुरक्षा इंतजामों को चुस्त-दुरुस्त किये जाने की थी. छेड़खानी की घटना के बाद उन्होंने चीफ प्राक्टर को लिखे शिकायती पत्र में कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किये थे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाने, महिला छात्रावासों की सुरक्षा पर अधिक फोकस करने सहित कई अहम बिंदुओं पर पहल करते हुए उक्त कदम उठाने का निर्णय लिया है.