वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बुधवार की शाम छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ की और एक स्कूल बस को आग के हवाले कर दिया. पुलिस के अनुसार पिछले दिनों परिसर में आइआइटी, बीएचयू के एक कार्यक्रम में हुए विवाद में छात्र नेता आशुतोष सिंह का नाम शामिल था. लंका पुलिस ने इस मामले में आज आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद भड़के कुछ छात्रों ने बीएचयू मुख्य द्वार को बंद करके धरना शुरू कर दिया.
छात्र पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. पुलिस ने बताया कि समाजवादी छात्रसभा के छात्र नेता आशुतोष सिंह की गिरफ्तारी से नाराज छात्रों ने एक निजी स्कूल बस को आग लगा दी. उग्र छात्रों ने सुंदरलाल चिकित्सालय से लेकर विश्वनाथ मंदिर तक खड़े दर्जनों वाहनों को क्षतिग्रस्त कर कर दिया. उग्र छात्रों ने मुख्य प्राक्टर पर भी पथराव किया. पुलिस ने बताया कि इस बीच छात्रों ने परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी पत्थर मारकर तोड़ दिया. पुलिस उपद्रवी छात्रों को तलाश कर रही है.
बवाल कर रहे छात्रों ने चेहरों पर लगाया था नकाब
जानकारी के मुताबिक बवाल कर रहे छात्रों ने चेहरों पर नकाब लगाये हुए थे, जिसकी आड़ में उन्होंने जमकर बवाल काटाऔर चौराहे पर निकलने वाले वाहनों पर पत्थरबाजी की. इस दौरान स्कूल बस के बच्चों ने नीचे झुककर जान बचायी. उपद्रवियों ने दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस को आग के हवाले कर दिया.
बवाल के चलते अफरा-तफरी
अचानक शुरू हुई इसबवाल से पूरे बीएचयू परिसर में भय का माहौल उत्पन्न हो गया. छात्रों के उत्पात के बीच जहां मरीजों के परिजनों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. वहीं, मौके पर मौजूद बीएचयू के सुरक्षाकर्मी और पुलिस तमाशबीन बने रहे. करीब एक घंटे तक चले उपद्रव के बाद एसपी सिटी कई थानों की फोर्स और पीएसी लेकर कैंपस में पहुंचे तो उत्पाती छात्रों का यह समूह मौके से फरार हो गया. जिसके बाद भारी पुलिस बल की तैनाती करने के बाद इस पूरी घटना में शामिल छात्रों की तलाश शुरू की गयी.
पूर्व में भी विवाद में रहा है गिरफ्तार छात्रनेता
जिस छात्रनेता की गिरफ्तारी के बाद बीएचयू परिसर में विवाद शुरू हुआ, उसका नाम पूर्व में भी विवाद में रहा है. आशुतोष सिंह से ऊपर पूर्व में बीएचयू के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हुए बवाल में भी शिकायत दर्ज की गयी थी. इतना ही नहीं, आइआइटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रो. राजीव संगल का फेक अकाउंट बनाने तथा सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ओपी उपाध्याय के साथ फोन पर गाली गलौच करने और पेट्रोल बम से हमला करने का अरोप भी आशुतोष पर लगा था. इन मामलों में आशुतोष पर आइपीसी की धारा 395 के अंतर्गत लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
पहले भी हुआ था बवाल
मालूम हो किइससेपूर्व बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में 23-24 सितंबर की रात बवाल हुआ था. छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद हालात और भी बिगड़ गये थे. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहेविश्वविद्यालय के लड़के-लड़कियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी औरआगजनीकियागया था. मामला बढ़ने पर भारी पुलिस फोर्स बीएचयू कैंपस में घुस गयी और हंगामा कर रहे छात्रों को आने से रोका. वहीं, उपद्रव कर रहे छात्रों को खदेड़ने के लिए पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग की थी. लाठीचार्ज और भगदड़ में तीन स्टूडेंट जख्मी हो गये थे.