गंगा के रास्ते बंगाल से वाराणसी पहुंचा पोत, कल PM मोदी रिसीव करेंगे 16 कंटेनरों की पहली खेप
नयी दिल्ली : समय सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने के लिए मशहूर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक और असंभव लगने वाले काम को संभव कर दिखाया है. जी हां! गंगा नदी में बंगाल से वाराणसी तक पोत का परिचालन शुरू हो गया है. आजाद भारत में पहली बार गंगा के रास्ते […]
नयी दिल्ली : समय सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने के लिए मशहूर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक और असंभव लगने वाले काम को संभव कर दिखाया है. जी हां! गंगा नदी में बंगाल से वाराणसी तक पोत का परिचालन शुरू हो गया है. आजाद भारत में पहली बार गंगा के रास्ते एक कंटेनर कोलकाता से वाराणसी पहुंच गया है. सोमवार (12 नवंबर, 2018) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं 16 कंटेनरों की पहली खेप को रिसीव करेंगे. ये कंटेनर पेप्सी कंपनी के हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र काशी को 2500 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे.
बताया जाता है कि 28 अक्तूबर को कोलकाता से चला जलपोत 8 नवंबर को ही रामनगर टर्मिनल पर पहुंच चुका है. 12 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामनगर में 280.90 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित देश के पहले आइडब्ल्यूटी मल्टीमॉडल टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
कुल चार ‘मल्टी-माॅडल टर्मिनल’ में यह पहला टर्मिनल है, जिसका निर्माण राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर किया गया है. तीन अन्य टर्मिनल्स का निर्माण साहिबगंज, हल्दिया और गाजीपुर में किया जा रहा है. इन परियोजनाओं से गंगा नदी में 1500 से 2000 डीडब्ल्यूटी (डेडवेट टनेज) क्षमता के वाणिज्यिक पोतों की आवाजाही हो सकेगी. इससे परिवहन तो सस्ता होगा ही, प्रदूषण का स्तर भी कम होगा.
All set to add a new chapter to the glory of #NewIndia
Varanasi multi-modal terminal will be a game changer in transport sector and the way India moves!
H’bl Prime Minister Shri @narendramodi to dedicate to nation on 12 Nov’18#riversforprosperity #BadaltaBanaras #BadaltaBharat pic.twitter.com/VWWoAM4ydu— Ministry of Ports, Shipping and Waterways (@shipmin_india) November 10, 2018
उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाइक, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सरक्षण मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में वाराणसी के हरदुआ में रिंग रोड तिराहे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री वाराणसी में दो राष्ट्रीय राजमार्गों का उद्घाटन भी करेंगे.
इन सड़क मार्गों का निर्माण 1,571.95 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. इसकी कुल लंबाई 34 किलोमीटर है. मंत्रालय के अनुसार, 16.55 किलोमीटर लंबा वाराणसी रिंग रोड, चरण-1 कुल 759.36 करोड़ रुपये की लागत से और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-56 पर 17.25 किलोमीटर लंबा बाबतपुर-वाराणसी राजमार्ग का निर्माण 812.59 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है.
यह रिंग रोड राष्ट्रीय राजमार्ग 56 (लखनऊ-वाराणसी) पर यात्रा को सुगम बनायेगा. इससे वाराणसी के एयरपोर्ट से वाराणसी शहर के बीच यात्रा के समय में कमी आयेगी तथा ईंधन की खपत और प्रदूषण में भी कमी आयेगी.
ज्ञात हो कि वाराणसी से हल्दिया के बीच जलमार्ग की दूरी 1390 किलोमीटर है. गंगा में वाराणसी से हल्दिया तक जल परिवहन के लिए परीक्षण की शुरुआत के दौरान श्री गडकरी ने वाराणसी से दो जलपोत हल्दिया रवाना किये थे. 12 अगस्त, 2016 को खिड़किया घाट से हरी झंडी दिखाकर रवाना किये गये दो जलपोतों में मारुति कारें और भवन निर्माण की सामग्री थी. इसी दौरान मल्टी मॉडल टर्मिनल की आधारशिला भी रखी गयी थी.