मोदी पर मायावती-अखिलेश ने साधा निशाना, कहा – PM धन्नासेठों के चौकीदार
जौनपुर : बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह धन्नासेठों के चौकीदार हैं. मायावती ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा, इस चुनाव में भाजपा देश की सत्ता से बाहर होने जा रही है. भाजपा ने 2014 चुनाव के समय गरीबों और मध्यमवर्गीय लोगों से किये […]
जौनपुर : बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह धन्नासेठों के चौकीदार हैं. मायावती ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा, इस चुनाव में भाजपा देश की सत्ता से बाहर होने जा रही है.
भाजपा ने 2014 चुनाव के समय गरीबों और मध्यमवर्गीय लोगों से किये गये वायदे पूरे नहीं किये. उन्होंने कहा कि जनता को अब पूछना चाहिए कि 2014 के वादे क्या हुए. फिर मोदी वोट मांगने की हिम्मत नहीं जुटा सकेंगे. उन्होंने मोदी पर धन्नासेठों को मालामाल करने का आरोप जड़ा. साथ ही जीएसटी एवं नोट बंदी के निर्णय को भ्रष्टाचार का जनक बताया. रक्षा सौदे की चर्चा करते हुए कहा कि यह भी भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है. आज देश में आतंकवादी हमले हो रहे हैं और सरकार सेना के शौर्य को भुनाने में जुटी हुई है. इसी जनसभा में अखिलेश ने कहा, भाजपा झूठ की नींव पर खड़ी है. हमारा गठबंधन उसकी नींव को हिला कर रख देगा. उन्होंने कहा, प्रदेश में गठबंधन की आंधी का अंदाजा भाजपा को शायद नहीं है. इस बार चाय वाले से चौकीदार बनने वाले के साथ सूबे के ठोंकदार की कुर्सी जनता छीन लेगी इसलिए भाजपा के नेता घबराये हुए हैं.
मायावती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल दलित विरोधी हैं और अगड़ी जातियों के पोषक हैं. इनसे सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ा हुआ है. कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है. केंद्र में यदि गठबंधन की सरकार बनी, तो देश के गरीबों को स्थायी रोजगार देने की व्यवस्था हमारी सरकार करेगी. अखिलेश ने कहा कि हमारा गठबंधन मामूली नहीं है. झूठ और नफरत की नींव पर खड़ी भाजपा को यह उखाड़ फेंकने का काम करेगा. उन्होंने कहा कि देश में आज परिवर्तन की हवा चल रही है. अखिलेश ने कहा कि वाराणसी में एक फौजी से डर जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद अथवा नक्सलियों से क्या लड़ पायेंगे. सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा 2014 में जनता से किये वादों को भूल गयी है. इस सरकार से आदमी ही नहीं जानवर भी दुखी हैं.