भारत में पहली बार वोट डालेंगी पाकिस्तान में जन्मी दो बेटियां, जानिए इनके बारे में
वाराणसीः लोकसभा चुनाव 2019 अब अंतिम पड़ाव पर है. 19 मई को आखिरी चरण का मतदान है. इस दिन पाकिस्तान में जन्मी दो बेटियां पहली बार दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होंगी. दोनों पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी. चुनाव से पहले ही दोनों को लंबे […]
वाराणसीः लोकसभा चुनाव 2019 अब अंतिम पड़ाव पर है. 19 मई को आखिरी चरण का मतदान है. इस दिन पाकिस्तान में जन्मी दो बेटियां पहली बार दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होंगी. दोनों पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी. चुनाव से पहले ही दोनों को लंबे इंतजार के बाद भारत की नागरिकता मिली है. दोनों का नाम भी मतदाता सूची में जुड़ गया है. पाकिस्तान में जन्मीं वाराणसी की दो बेटियां निदा नसीम और माहरूख नसीम पहली बार वोट डालने को लेकर बहुत उत्साहित हैं.
दोनों बहनों की नागरिकता के लिए उसका परिवार करीब 24 सालों से संघर्षरत था. कभी कागजों पर इनकी नागरिकता पाकिस्तान से जुड़ी थी लेकिन आज ये भारतीय हैं और इन सबका श्रेय ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रही हैं और उनका धन्यवाद कर रही हैं. इन बेटियों के पिता भारत के हैं जबकि मां पाकिस्तानी हैं. इनका जन्म पाकिस्तान में ही हुआ. दोनों बहने मां-बाप के साथ भारत आयी. निदा और माहरुख के पिता नसीम अख्तर व्यवसायी हैं और वाराणसी के नया पानदरीबा निवासी हैं. 1989 में उनकी शादी कराची की रहने वाली शाहीन से हुई थी. 1992 में निदा का और 1995 में माहरुख का जन्म हुआ. 1995 के बाद शाहीन वाराणसी आ गई. उसे 2007 में ही भारत की नागरिकता मिल गई.
वहीं, दोनों बेटियों को भारत की नागरिकता दिलाने के लिए लखनऊ, दिल्ली का चक्कर लगता रहा. 2014 में जब प्रधानमंत्री वाराणसी से सांसद बने और रविंद्रपुरी में संसदीय कार्यालय खुला तो दोनों बहनों ने वहां गुहार लगायी. इसी कार्यालय के सहयोग से आज इन दोनों बहनों को भारत का नागरिक होने का गौरव प्राप्त हुआ है. इसी साल 23 मार्च को दोनों बहनों को भारत की नागरिकता मिल गई. आज ये दोनों बहनें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद कर रही हैं. बड़ी बहन निदा नसीम बीएड की छात्रा है तो नहीं छोटी बहन माहरूख नसीम एमकॉम फाइनल ईयर की छात्रा है.