लोकसभा चुनाव तय करेगा प्रियंका गांधी का भविष्य
शशिधर पाठक, वाराणसी : लोकसभा चुनाव मतदान का आखिरी चरण पूरा हुआ और शाम को चाय-पान की दुकान पर चर्चा जारी है. राम सुभग पांडे ने प्रियंका गांधी वाड्रा की चर्चा छेड़ दी और भोजूबीर तिराहे के पास संजय सिंह के विश्लेषण से लोग सहमत नजर आये. पान लगा रहे दीपक की मुस्कराहट में राजनीति […]
शशिधर पाठक, वाराणसी : लोकसभा चुनाव मतदान का आखिरी चरण पूरा हुआ और शाम को चाय-पान की दुकान पर चर्चा जारी है. राम सुभग पांडे ने प्रियंका गांधी वाड्रा की चर्चा छेड़ दी और भोजूबीर तिराहे के पास संजय सिंह के विश्लेषण से लोग सहमत नजर आये. पान लगा रहे दीपक की मुस्कराहट में राजनीति उनकी दिलचस्पी बयां कर रही थी.
एक मत यही था कि जिस तरह से प्रियंका गांधी ने धुआंधार उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार किया है, यदि कांग्रेस पार्टी आधा दर्जन सीटें न जीत सकी तो कांग्रेस महासचिव घास ही छीलेंगी. यानी राजनीति में यूपी में उनकी (प्रियंका) की दाल गलने वाली नहीं है.
जनार्दन यादव का तर्क है कि कोई कुछ भी कहे, लेकिन प्रियंका के मैदान में आने से भाजपा नेताओं के माथे पर पसीना आ गया. यहां तक कि एक बार मायावती भी घबड़ा गयी. हालांकि सभी का मानना है कि प्रियंका गांधी को अभी राजनीति में कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. क्योंकि कांग्रेस के पास न तो अब नेता बचे हैं और न ही कार्यकर्ता.
प्रियंका की रैली में ज्यादा भीड़
अच्छी बात यह है कि प्रियंका के हर कार्यक्रम में राज्य के हर कोने में जनता खुद चलकर आ रही है. राम सुभग का कहना है कि प्रियंका के हर कार्यक्रम में राहुल गांधी की तुलना में काफी अधिक भीड़ एकट्ठा हो रही है. शिवपूजन सिंह का दावा सबसे अलग है. शिवपूजन का कहना है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव 2019 में केवल टेस्ट करने के लिए उतरी हैं. उन्होंने राहुल गांधी से दो गुनी रैली और कार्यक्रम किया है. शिवपूजन का कहना है कि प्रियंका के निशाने पर 2019 नहीं बल्कि 2022 है. वह 2022 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगायेंगी.
नहीं जीती कांग्रेस तो प्रियंका फेल?
देखिए, बात साफ है… अगर कांग्रेस आधा दर्जन सीट गई तो कांग्रेस और प्रियंका गांधी की इज्जत बच जायेगी. केवल अमेठी, रायबरेली ही हिस्से में आयी तो प्रियंका भी फेल. लाल चंदन, गले में भगवा गमछा और यह राय थी अनिरुद्ध तिवारी की. तिवारी कहा कि प्रियंका गांधी ने घर में दुबक कर बैठे कांग्रेसियों को बाहर निकाला.