अल्पसंख्यक समुदाय की परिभाषा पर पुनर्विचार की जरूरत : गिरिराज

वाराणसी : केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिराज सिंह ने आज यहां कहा कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय की परिभाषा पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये गिरिराज ने मीडिया से हिंदुत्व की समीक्षा के बारे में कहा कि यह हो या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2016 10:26 PM

वाराणसी : केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिराज सिंह ने आज यहां कहा कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय की परिभाषा पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये गिरिराज ने मीडिया से हिंदुत्व की समीक्षा के बारे में कहा कि यह हो या नहीं. लेकिन देश में मौजूद 20 करोड़ से ज्यादा की जनसंख्या वाले मुसलिम समुदाय की परिभाषा को फिर से परिभाषित करने की दरकार है. जहां वे ज्यादा हैं, वहां भी अल्पसंख्यक और जहां कम हैं, वहां भी.

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कुनबे में मचे घमसान के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह महात्वाकांक्षा और सत्ता की लडाई है. सपा के अंदर स्वस्थ राजनीति देने में कोई दिलचस्पी नहीं है, इसलिए पार्टी बंटी हुई है. वस्तुत: परिवारवाद और सत्तावाद से लोगों का मोह भंग हो गया है. कभी नेता जी तो कभी बहन जी. अब इन सबको दरकिनार कर जनतावाद लाना है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अपहृत दो व्यापारियों के पटना से बरामद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार तो अपराधियों की नर्सरी बना हुआ है, जहां सत्ता नाम की कोई चीज नहीं है. सच पूछें तो बिहार में जंगलराज 2 है, जो पूरे देश के अपराधियों का संरक्षण केंद्र बन गया है.

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