पंडितजी के देहांत के बाद कई प्रधानमंत्री आये और गये, लेकिन इस कमेटी की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जबकि अधिकांश पीएम उन्हीं की पार्टी और परिवार से थे. आज उनके जन्मदिवस पर इस कमेटी की रिपोर्ट को अमलीजामा पहनाकर मैं उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहता हूं, जो काम उनके परिवार वाले नहीं कर सके वह मेरी सरकार ने कर दिखाया, आज पंडितजी की आत्मा जहां कहीं भी होगी, उन्हें हमारी ओर से यही श्रद्धांजलि है.
उन्होंने नोटबंदी पर सफाई देते हुए कहा कि यह जरूरी हो गया था कि भ्रष्टाचारी जो कालाधन अपने पास रखे हुए हैं, उन्हें बेकार किया जाये, इसलिए सरकार ने 500-1000 के नोट बंद कर दिये हैं. उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह हमसे पूछ रहे हैं कि आपने किस कानून के तहत 500-1000 के नोट बंद किये. वे उस निर्णय को भूल गये, जो उनकी सरकार ने लिये थे चवन्नी को बंद करके. मैं उनसे यह पूछना चाहता हूं कि आखिर किस कानून के तहत यह निर्णय लिया गया था.