प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिजली गुल हुई तो बोले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल- सौगंध गंगा मैया की…

लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के 24 घंटे बिजली सप्लाई की पोल कल खुल गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को जब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे उस दौरान करीब पौन घंटे के लिए बिजली गुल हो गई. यह एक ऐसा मौका था जब पीयूष गोयल को सूबे की सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2017 9:07 AM

लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के 24 घंटे बिजली सप्लाई की पोल कल खुल गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को जब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे उस दौरान करीब पौन घंटे के लिए बिजली गुल हो गई. यह एक ऐसा मौका था जब पीयूष गोयल को सूबे की सरकार पर हमला करने का मौका मिला.

बिजली कटने के बाद गोयल ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि सौगंध गंगा मैया की, आज काशी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बिजली गुल देख कर सपा के खोखले दावों की पोल खुल गई….

बिजली कटने के बाद पीयूष गोयल ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 24 घंटे बिजली आपूर्ति मुद्दे पर अखिलेश यादव को चुनौती दे डाली और बिजली के मुद्दे पर अखिलेश को आईना दिखाते हुए जमकर पलटवार किया. गोयल ने कहा कि 22 से 24 फरवरी के बीच तीन दिन में शिवपुर क्षेत्र में 52 बार जबकि सारंगनाथ, सारनाथ में 21 बार बिजली गुल हुई. शहर के अन्य हिस्सों में भी लोग बिजली कटौती से त्रस्त हैं.

उन्होंने कहा कि सीएम अखिलेश यादव और आजम खान बताएं कि क्या इसी को 24 घंटे बिजली आपूर्ति कहते हैं ?

उर्जा मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की योजना है कि 15 अगस्त 2022 तक पूरे देश में सफ्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली जनता को मिले. पॉवर ऑफ आल के तहत 28-29 राज्यों ने करार पर हस्ताक्षर किये गए हैं लेकिन इसमें यूपी ने कोई रूचि नहीं दिखाई. गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार ने सस्ते दर पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए कई बार लिखा लेकिन यहां की सरकार ने कोई रुची नहीं दिखाई और हमें उनकी ओर से कोई जवाब ही नहीं मिला.

इधर, घोसाबाद स्थित भाजपा के मीडिया सेंटर में बिजली गुल होने के बाद जब उर्जा मंत्री ने प्रदेश सरकार के जिम्मेदार अफसरों से बात की तो मुख्यमंत्री दफ्तर हरकत में आया और जांच शुरू की. आपको बता दें कि इस बार यूपी विधानसभा चुनावों में बिजली की किल्लत का मुद्दा सबसे अहम है जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सूबे की सरकार पर कई बार हमला कर चुके हैं.

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