वाराणसी दक्षिण से सात बार विधायक रहे भाजपा नेता श्यामदेव राय चौधरी ने चुनावी राजनीति से लिया संन्यास
वाराणसी : उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण के चुनाव खत्म होते ही एक बड़ी खबर आ गयी है. वाराणसी दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर सात बार चुनकर विधानसभा पहुंचे, पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी ने चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया. खबर है कि श्यामदेव पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. इस […]
वाराणसी : उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण के चुनाव खत्म होते ही एक बड़ी खबर आ गयी है. वाराणसी दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर सात बार चुनकर विधानसभा पहुंचे, पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी ने चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया. खबर है कि श्यामदेव पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. इस फैसले से उनके समर्थक और कार्यकर्ता हैरान हैं.
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें, तो भाजपा अभी भी अगर उन्हें मनाने में नाकाम रही, तो पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचेगा. याद रहे कि वाराणसी में रोड शो के दैरान काशी विश्वनाथ के बाहर से श्यामदेव का हाथ पकड़कर अंदर ले गये थे. पीएम मोदी के इस कदम की सराहना करते हुए नाराज श्यामदेव को मनाने की कोशिश से जोड़ दिया गया था. माना जा रहा है कि श्यामदेव टिकट ना मिलने से नाराज थे और अब चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा करके उन्हें साबित कर दिया कि पीएम मोदी के मनाने की कोशिश भी नाकाम रही. श्यामदेव का टिकट काटकर भाजपा ने वाराणसी दक्षिण से डॉ नीलकंड तिवारी को टिकट दिया है.
मतदान करने पहुंचे श्यामदेव से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा मैं हमेशा की तरह अभी भी यही अपील करूंगा की कमल के निशान पर मतदान करें और पीएम मोदी के हाथों को और मजबूती दें. नीलकंड पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. टिकट कटने के बाद से ही राजनीतिक पंडित इस बार पर जोर दे रहे थे कि इलाके में दादा के नाम से मशहूर श्यामदेव की पकड़ को भाजपा समझ नहीं पायी. यही कारण है कि उनके टिकट करने के बाद भाजपा को काफी विरोध का सामना करना पड़ा. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और आखिरी दौर में बुधवार(8 मार्च) को सात जिलों की 40 सीटों के लिए वोट डाले गये. अब इस पूरी राजनीतिक उठापटक का परिणाम 11 मार्च को आने वाला है.